आस्था के आज के सफर में आज हम आपको लेकर चलेंगे मां काली के चमत्कारिक पीठ पर. मान्यता है कि इस धाम की स्थापना का आदेश मां ने स्वयं अपने भक्त को दिया था. जिसके बाद 108 नरमुंडों के ऊपर इस मंदिर की स्थापना हुई. कहते हैं कि मां के इस सिद्धपीठ कि महिमा कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर से कम नहीं है. गंगा की पावन धारा में बना एक ऐसा जागृत धाम जहां गंगा दक्षिणवाहिनी होती है. आपको बताएंगे कि आखिर कहां बना है जगत जननी जगदंबा का वो मंदिर जहां महादेव को कालकूट विष से राहत मिली थी. देखिए 'प्रार्थना हो स्वीकार'
In today's journey of faith, today we will take you on the wondrous back of Maa Kali. It is believed that the mother herself had given the order to establish this Dham to her devotee. After which this temple was established over 108 Narmunds. It is said that the glory of this Siddhapeeth of the mother is no less than the Dakshineswar Kali temple of Kolkata. Such an awakened dham built in the holy stream of the Ganges, where the Ganges is the southern channel. Will tell you where is the temple of Jagadjani Jagdamba, where Mahadev got relief from the poison of Kalakoot