राजस्थान की धरती पर आगरा -ग्वालियर रूट पर धौलपुर में कान्हा का एक ऐसा दरबार है जहां कान्हा रणछोड़ स्वरूप में पूजे जाते हैं. यानी की कान्हा का वो रूप जब कान्हा को रणभूमि छोड़ कर भागना पड़ा. महाभारत काल का ये दरबार कान्हा की लीला से सजता है. दरबार की आस्था कहती है कि इस दरबार में मन से मांगी गई हर मुराद लीलाधर पूरी करते हैं. रणछोड़ का ये दरबार द्वापर के साथ साथ त्रेतायुग से भी संबंध रखता है. ये धामदेवासुर संग्राम से भी जुड़ा है और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की 24वीं पीढ़ी के राजा मुचकुंद से भी संबंध रखता है. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.
Lord Krishna is considered one of the 12 incarnations of Lord Vishnu. Krishna has several different names and one such name given to lord is Ranchod. The temple in Dholpur on the Agra-Gwalior route in Rajasthan is one such temple in the country where Lord Krishna is worshiped in the form of Ranchod. Watch this episode.