आज अध्यात्म का सफर आपको लेकर चलेगा देवभूमि, जहां गंगा पहली बार पर्वतों को छोड़कर मैदानों का रुख करती हैं. कुंभ की नगरी हरिद्वार...जहां पहाड़ों में निवास करती हैं माता चंडी. देवी ने यही रूप धारण कर शुंभ निशुंभ के सेनापति चंड और मुंड राक्षसों का वध किया था. कहते हैं कि माता रानी के इस दराबर में जिस भी मन्नत से चुनरी बांधी जाती है वो मन्नत कभी अधूरी नहीं रह जाती है. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.
Mata Chandi Devi temple is in Haridwar. Maa Chandi killed the demons Chand and Mund, the commander of Shumbh Nishumbh. It is said that whatever vow is made in this temple of Mata Rani, that vow remains fulfilled.