सूर्य ब्रह्मांड में जागृत देव हैं. सूर्य की ऊर्जा से ही संसार में गति होती है. भगवान सूर्य की कृपा से साधक को आरोग्यता के साथ साथ आयु का भी वरदान मिल जाता है. पंचांग में ऐसी कई तिथियां हैं जब भगवान सूर्य के व्रत उपासना का विधान बताया गया है. वेदों से लेकर पुराणों उपनिषदों तक सूर्य की उपासना का विस्तृत वर्णन है. बिहार राज्य के फल्गु नदी के किनारे गया जिले में स्थापित सूर्य मंदिर से कई पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं, आज प्रार्थना हो स्वीकार के इस एपिसोड में सूर्य देव के शालिग्राम स्वरूप और इस मंदिर के बारे में जानते हैं.
Many mythological stories are associated with the Sun temple established in Gaya district on the banks of the Falgu river of Bihar state, today in this episode of Prarthana ho Swikar, we know about the Shaligram form of Sun God and this temple.