राहुल द्रविड़ ने बतौर कोच अपने आखिरी दिन वो कर दिखाया, जिसका पूरे देश को 11 साल से इंतजार था. उन्होंने भारत को टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाकर 11 साल बाद एक आईसीसी ट्रॉफी भी दिला दी. लेकिन इसी के साथ उन्होंने एक जख्म भी भर लिया, जो उन्हें 17 साल पहले बारबाडोस के इसी मैदान पर मिला था. क्या है राहुल की 17 साल पुरानी कहानी, देखिए शुभ मंगल सावधान में.
On his last day as Indian team's coach, Rahul Dravid did what the entire country was waiting for for 11 years. By making India the T20 World Champion, he also won an ICC trophy after 11 years. But along with this he also healed a wound, which he had received 17 years ago on this very ground in Barbados. What is Rahul's 17 year old story, watch in Shubh Mangal Saavdhan.