आज हम बात कर रहे हैं तालिबान की. जो वैसे तो जंग के मैदान में पाकिस्तान को ललकार रहा है. मगर इस बीच उसने पाकिस्तान को कूटनीति के मैदान में बडा झटका दिया है. अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने के बाद पहली बार दुबई में उसके प्रतिनिधि भारत के विदेश सचिव से मिले आपसी सहयोग को बढाने के साथ तालिबान सरकार ने इस बात का भरोसा दिया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देगा.