काशी में रहने वाली नूर फातिमा नमाज भी पढ़ती हैं और शिव की साधना भी करती हैं. नूर फातिमा की कहानी अद्भुत है. जीवन साथी का साथ छूटने के बाद नूर फातिमा ने शिव का सहारा लिया. गुजरात से काशी आईं नूर फातिमा ने खुद के ठिकाने के लिए और शिव की आराधना के लिए मंदिर का निर्माण करवाया. आज उनका जीवन शिव को समर्पित है. वो खुदा की इबादत के साथ शिव की साधना भी करती हैं. अब वो अपनी बेटियों के जन्मदिन पर भी रुद्राभिषेक कराती हैं. देखें शुभ समाचार.
A Muslim woman named Noor Fatima has erased the dividing lines of religion and her life showcases perfect example of Ganga-Jamuni tehzeeb. Watch this show to know more about this story.