सोशल मीडिया(Social Media) का दखल हमारी जिंदगी में बढ़ता ही जा रहा है. हर मामले में हमें सोशल मीडिया(Social Media) से सलाह मिल रही है. अब तो मामला इससे भी काफी आगे बढ़ चुका है. क्योंकि सोशल मीडिया पर डॉक्टरी सलाह भी मिलने लगी है. इनमें कई रील वाले डॉक्टर(Doctor) तो गंभीर बीमारियों के शर्तीय इलाज का दावा भी करते हैं. मतलब बिना जांच, बिना पर्ची ये रील्स वाले डॉक्टर मरीज को दवा बता देते हैं. कहीं आप भी तो ऐसे ही किसी डॉक्टर के संपर्क में तो नहीं हैं. अगर हैं तो सतर्क हो जाइए. क्योंकि बिहार(Bihar) के सारण(Saran) जिले में एक ऐसे ही डॉक्टर पर यूट्यूब(YouTube Doctor) देखकर एक लड़के का इलाज करने का आरोप लगा है. इस यूट्यूब वाले डॉक्टर(YouTube Wale Doctor) की लापरवाही से उस लड़के की जान चली गई. ऐसे में सवाल उठता है कि प्रशासन क्या कर रहा था. आखिर डॉक्टरों की संस्था IMA की नजर ऐसे झोलाछापों पर क्यों नहीं पड़ती. सबसे बड़ी बात आम जनता इन ठगों के बहकावे में कैसे आ जाती है. आखिर कैसे गली से लेकर सोशल मीडिया तक झोलाछाप डॉक्टर फैलते जा रहे हैं. इस गंभीर विषय पर डॉक्टर, हेल्थ एक्सपर्ट और कानून के जानकार का क्या कहना है, जानिए