पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को जामनगर राजघराने का नया वारिस चुना गया है. जामनगर के जाम साहब शत्रुशल्यसिंहजी ने इसकी घोषणा की है. अजय जडेजा के बहुत से चाहने वालों को भी शायद यह बात नहीं पता होगी कि वह जामनगर के राजघराने से ताल्लुक रखते हैं. आइए आपको बताते हैं जडेजा से जुड़ी कुछ ऐसी ही खास बातें. (Photo/Getty Images)
राजघराने और क्रिकेट दोनों से पुराना रिश्ता
जडेजा ने 28 फरवरी 1992 को भारत के लिए डेब्यू किया लेकिन भारतीय क्रिकेट से उनका रिश्ता इससे भी पुराना है. दरअसल जडेजा जामनगर के पूर्व जाम साहब रणजीत सिंहजी और दलीप सिंहजी के परिवार से आते हैं. रणजीत सिंह के नाम पर जहां भारत के घरेलू फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का नाम रखा गया है. वहीं दलीप सिंह के नाम पर दलीप ट्रॉफी खेली जाती है. (Photo/Getty Images)
भारत के कप्तान भी रह चुके हैं जडेजा
धाकड़ बल्लेबाज और चतुर गेंदबाज जडेजा भारत के कप्तान भी रह चुके हैं. उन्होंने 13 मैचों में भारत की कप्तानी की है. इनमें से आठ में भारत को जीत मिली, जबकि पांच में हार का स्वाद चखना पड़ा. खास बात यह है कि बतौर कप्तान जडेजा का रिकॉर्ड आम दिनों से बेहतर रहा. जडेजा की करियर बल्लेबाजी औसत जहां 37.48 थी, वहीं कप्तानी करते हुए उनकी औसत 44 की हो जाती थी. (Photo/PTI)
नंबर-4 पर की थी रिकॉर्ड साझेदारी
सन् 2000 में भारत के लिए आखिरी बार मैदान पर उतरने वाले जडेजा के नाम आज भी वनडे क्रिकेट में चौथे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी करने का रिकॉर्ड है. जडेजा ने उस वक्त के कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन के साथ मिलकर सन् 1999 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 272 रन जोड़े थे. (Photo/PTI)
अभिनय में भी आजमाया हाथ
सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, जडेजा ने बड़े पर्दे पर भी हाथ आजमाया है. जब 2000 में जडेजा को फिक्सिंग के आरोप में भारत के लिए क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया गया था तब उन्होंने एक्टिंग का रुख किया. बाद में भले ही जडेजा निर्दोष साबित हो गए, लेकिन उन्होंने खेल, पल-पल दिल के साथ और काई पो चे जैसी फिल्मों में अभिनय किया. जडेजा ने डांस रिएलिटी शो झलक दिखला जा में भी हिस्सा लिया था. (Photo/Getty Images)
तीन राज्यों के लिए खेला है घरेलू क्रिकेट
जडेजा उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने अपने करियर के बीच में घरेलू क्रिकेट में अपनी टीम बदली है. जडेजा ने अपने डोमेस्टिक करियर की शुरुआत तो दिल्ली से की थी, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से किनारा करने के बाद वह सितंबर 2005 में राजस्थान के कप्तान और कोच दोनों बन गए. इसके बाद जडेजा ने हरियाणा का रुख किया और 2013 में हरियाणा की ओर से अपना आखिरी मैच खेला. (Photo/PTI)