खेल

Road to Paris Olympics 2024: बॉक्सिंग में पहला ओलंपिक गोल्ड जीतने के लिए तैयार Nikhat Zareen, जानिए कौन-कौन से मुक्केबाज कर सकते हैं कमाल

शादाब खान
  • नई दिल्ली ,
  • 17 जुलाई 2024,
  • Updated 4:18 PM IST
1/4

निखत जरीन (Nikhat Parveen)- 2022 और 2023 में वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने के बाद निखत ने विश्व बॉक्सिंग पर अपनी छाप छोड़ दी है. 2022 कॉमनवेल्थ खेलों में निखत ने गोल्ड जीता. हांग्झोउ में पिछले साल हुए एशियन गेम्स में भले ही उन्होंने कांस्य पदक से संतोष किया. लेकिन उनकी काबिलियत को कम नहीं आंका जा सकता. अगर भारतीय मुक्केबाजों में कोई पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सबसे प्रबल दावेदार है तो वह निखत हैं. (Photo/PTI)

2/4

लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain)- तीन वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल. तीन एशियन चैंपियनशिप मेडल. एक एशियन गेम्स मेडल और एक ओलंपिक मेडल. साल 2018 में कॉमनवेल्थ खेलों के लिए चुने जाने से लेकर पेरिस ओलंपिक के लिए चयन होने तक लवलीना ने खुद को एक ऐसी मुक्केबाज के रूप में साबित किया है जो निरंतर अच्छे प्रदर्शन दे सकती है. लवलीना इस समय निखत के साथ जर्मनी में विशेष ट्रेनिंग हासिल कर रही हैं. यहां से वह पेरिस जाकर अपना दूसरा ओलंपिक पदक जीतने की कोशिश करेंगी. (Photo/PTI)

3/4

जैस्मीन लम्बोरिया (Jaismine Lamboria)- जैस्मीन ने विश्व ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर के जरिए पेरिस ओलंपिक में जगह बनाई है. 2022 कॉमनवेल्थ खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली जैस्मीन के परदादा एशियन गेम्स के बॉक्सिंग गोल्ड मेडलिस्ट थे. जबकि जैस्मीन को ट्रेनिंग देने वाले चाचा संदीप सिंह और परविंदर सिंह भी राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज हैं. मुक्केबाजों के परिवार से आने वाली जैस्मीन इसी संस्कृति में पली-बढ़ी हैं जो इन्हें पेरिस में पोडियम तक पहुंचने का प्रबल उम्मीदवार बनाता है. (Photo/PTI)

4/4

अमित पंघाल (Amit Panghal)- अमित पंघाल एकमात्र पुरुष मुक्केबाज हैं जिनसे फिलहाल ओलंपिक मेडल जीतने की आस लगाई जा रही है. इसका कारण यह है कि 28 वर्षीय पंघाल भारत के लिए बड़े आयोजनों में निरंतर प्रदर्शन करते आए हैं. 2022 कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारतीय मुक्केबाजों में अमित का नाम भी शामिल था. लिहाजा अगर वह अपनी तैयारी का स्तर बरकरार रखते हैं तो आगामी आयोजन में भी पदक तक पहुंच सकते हैं. (PTI/Photo)