16 साल के ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंद ने अपने छोटे-छोटे मोहरो से बड़ा कारनामा कर दिखाया है. उन्होंने दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नेस कार्लसन को मात दे दी है. सोमवार को ऑनलाइन रैपिड चेस टूर्नामेंट में काले मोहरों के साथ खेलते हुए 39 चालों में ये गेम जीत लिया है. आपको बता दें, प्रज्ञानानंद अब तक के पांचवें सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं जिन्होंने ग्रैंडमास्टर का खिताब अपने नाम किया है.
कैसा रहा है अभी तक का टूर्नामेंट?
रविवार को इससे पिछले मैच में प्रज्ञानानंद ने वियतनाम के ली कुआंग के साथ पहले दौर में ड्रॉ हुआ, जबकि कनाडा के एरिक हेंसन, चीन के डिंग लिरेन और पोलैंड के जॉन-क्रिजिस्तोफ डूडा से मात खानी पड़ी थी. वहीं, सोमवार को डच खिलाड़ी अनीश गिरी के साथ हुए मैच में भी ड्रॉ ही हुआ.
दूसरे सबसे बड़े युवा ग्रैंडमास्टर हैं प्रज्ञानानंद
प्रज्ञानानंद चेन्नई के रहने वाले हैं. इनके नाम पर 12 साल की छोटी सी उम्र में दूसरे सबसे बड़े युवा ग्रैंडमास्टर बंनने का खिताब है. 2013 में प्रज्ञानानंद ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप अंडर-8 में अपना नाम दर्ज करते हुए जीत हासिल की थी. जिसके बाद महज 7 साल की उम्र में उनके नाम पर एफआइडीई मास्टर का खिताब अपने नाम किया था. अभी की बात करें, तो प्रज्ञानानंद संयुक्त रूप से 12वें स्थान पर हैं.
बहन को देखकर हुआ चेस के प्रति झुकाव
प्रज्ञानानंद के पारिवारिक माहौल की बात करें, तो वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं. उनकी बहन वैशाली भी चेस खेलती हैं. चेस की तरफ प्रज्ञानानंद का झुकाव अपनी बहन को देखकर ही बढ़ा. हालांकि, शुरुआत में उनके पिता नहीं चाहते थे कि वह चेस खेलें. लेकिन आज उनकी उपलब्धियों से सभी खुश हैं.
क्या है ये ऑनलाइन रैपिड चेस फॉर्मेट?
आपको बता दें, एयरथिंग्स मास्टर्स एक तरह का ऑनलाइन रैपिड चेस फॉर्मेट है. इसमें 16 खिलाड़ी भाग लेते हैं. जहां जीतने वाले को तीन पॉइंट मिलते हैं, जबकि ड्रा हो जाने पर केवल एक ही पॉइंट मिलता है. सोमवार के बाद अब शुरुआती चरण में 7 और राउंड बाकि हैं.
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