वडोदरा की बेटी ने सात समंदर पार देश का नाम रौशन किया है. आज उसकी कामयाबी पर पूरा वडोदरा शहर झूम रहा है. लक्षिता ने फ्रांस की धरती पर भारत का झंडा बुलंद किया है. ट्रैक पर लक्षिता ने दो सिल्वर मेडल अपने नाम किए हैं. इस बड़ी कामयाबी के लिए लक्षिता ने कड़ी मेहनत की. लक्षिता ने ये कामयाबी ISF वर्ल्ड स्कूल जिमनासीड में हासिल की है. खेलों के इस आयोजन में 65 देशों के बच्चों ने हिस्सा लिया था.
2 सिल्वर मेडल पर कब्जा-
17 साल की लक्षिता शांडिल्य ने फ्रांस में आयोजित आईएसएप वर्ल्ड जिमनासीड में दो-दो मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया. लक्षिता ने 800 मीटर और 1500 मीटर में भारत का प्रतिनिधित्व किया और दोनों में सिल्वर मेडल जीता. लक्षिता ने 800 मीटर की दौड़ सिर्फ 210 सेकंड में पूरा किया. जबकि 1500 मीटर की रेस में 2 सेकंड से गोल्ड से चूक गई. इस रेस को लक्षिता ने 427 सेकंड में पूरा किया और सिल्वर मेडल पर कब्जा किया.
कौन हैं लक्षिता-
लक्षिता एक मिडिल क्लास परिवार से आती है. उनके पिता ट्रांसपोर्ट का बिजनेस करते हैं और लक्षिता को प्रेरणा देते हैं. लक्षिता शांडिल्य की ये कामयाबी बड़ी है. इसके लिए उसने कड़ी मेहनत भी की है. लक्षिता रोजाना 8-8 घंटे प्रैक्टिस करती है. इस बार लक्षिता ने सिल्वर मेडल जीता है. लेकिन उनका अगला लक्ष्य कॉमनवेल्थ खेलों में मेडल जीतना है. इसके लिए अभी से तैयारियों में जुट गई हैं. लक्षिता की कामयाबी से उसके कोच आर एस रंधावा खुश है और आगे की तैयारियों के लिए उसकी मदद कर रहे हैं. उनका कहना है कि मेडल जीतना फक्र की बात है और लक्षिता ने देश का नाम रौशन किया है.
क्या है ISF वर्ल्ड स्कूल जिमनासीड-
फ्रांस में 14 मई से 22 मई तक आईएसएफ वर्ल्ड स्कूल जिमनासीड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में दुनियाभर के 16 से 18 साल के छात्र हिस्सा लेते हैं. इस आयु वर्ग के छात्रों के लिए ये सबसे बड़ा इंटरनेशनल स्टेज माना जाता है. इस प्रतियोगिता की शुरुआत साल 1974 में जर्मनी में की गई थी. इस बार इसमें 65 देशों के छात्रों ने हिस्सा लिया था.
(वडोदरा से दिग्विजय पाठक की रिपोर्ट)
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