दुनिया की सबसे मशहूर महिला खिलाड़ियों में से एक मारिया शारापोवा टेनिस से संन्यास ले चुकी हैं लेकिन आज भी उनके उपलब्धियों की चर्चा दुनियाभर में होती है. महज 17 साल की उम्र में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर मारिया ने इतिहास रच दिया था. इस मुकाबले में उन्होंने तब की वर्ल्ड नंबर वन रहीं सेरेना विलियम्स को हराया था. मारिया के नाम एक नहीं कई खिताब हैं जो उन्हें टेनिस की दुनिया का महान खिलाड़ी बनाता है.
विंबलडन में रचा था इतिहास
20 साल पहले 2004 में आज ही के दिन मारिया शारापोवा ने विंबलडन में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर इतिहास रच दिया था. तब उनकी उम्र महज 17 साल थी. उन्होंने इस मुकाबले में वर्ल्ड नंबर वन रहीं सेरेना विलियम्स को हराया था. जिसके बाद दुनियाभर में मारिया के नाम की चर्चा होने लगी. ठीक एक साल बाद 2005 में मारिया वर्ल्ड टेनिस एसोसिएशन की रैंकिंग में नंबर वन पर पहुंच गईं. उस समय वह नंबर वन की रैंकिंग हासिल करने वाली पहली रशियन टेनिस स्टार थी. बता दें कि वह वर्ल्ड रैंकिंग में कई हफ्तों तक नंबर वन रहीं.
4 साल की उम्र में थामा टेनिस रैकेट
19 अप्रैल 1987 को रूस में जन्मी मारिया ने 4 साल की उम्र में ही टेनिस रैकेट को थाम लिया था. हालांकि टेनिस खेलना उन्होंने अमेरिका में सीखा. उनका परिवार 1994 में ही अमेरिका आ गया और वह अमेरिका में ही रहती हैं. यहां आपको बताते चलें कि भले वह अमेरिका में रहती थी लेकिन खेलती रूस की तरफ से थीं. पहली बार वह लोगों की नजर में तब आई जब उन्होंने साल 2000 में एडी हेर इंटरनेशनल जूनियर टेनिस चैंपियनशिप का खिताब जीता. 14 साल की उम्र में मारिया ने पेशेवर टेनिस की दुनिया में अपना कदम रखा और अपना पहला डब्ल्यूटीए टूर्नामेंट खेला.
हासिल किए ये खिताब
उन्होंने 2004 में पहला ग्रैंड स्लैम जीता था. इसी साल टूर फाइनल्स पर भी कब्जा किया. इसके बाद 19 साल की उम्र में 2006 में यूएस ओपन, 2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2012 और 2014 में फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया. अपने करियर में मारिया ने 36 WTA और 4 ITF खिताब जीते. कंधे में चोट की समस्या से कई सालों तक जूझती रही और आखिरकार 2020 में उन्होंने संन्यास लेने की घोषणा की.
डोप टेस्ट में फेल
साल था 2016 जब मारिया शारापोवा डोप टेस्ट में फेल हो गई थीं. ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान उनका डोप टेस्ट किया गया लेकिन वह फेल हो गईं. प्रतिबंधित दवा के सेवन का दोषी पाया गया. इसके बाद उनपर दो साल का बैन लगा. हालांकि बाद में 15 महीने कर दिया गया था.