आज का दिन यानी 30 मार्च को साल 2011 में क्रिकट वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच खेला गया था. इस मैच में टीम इंडिया की भिड़ंत पाकिस्तान से हुई थी. इस मैच में सचिन तेंदुलकर के दम पर भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाया था और फाइनल में पहुंचा था. इसी साल साल 1983 के बाद टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप भी जीता था. टीम ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाया था. चलिए आपको चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए उस सेमीफाइनल मैच की कहानी बताते हैं.
वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला-
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 का दूसरा सेमीफाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था. ये मुकाबला पंजाब के मोहाली में 30 मार्च को खेला गया था. जब कभी भी भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होती हैं तो रोमांच चरम पर होता है. इस मैच में भी वैसा ही हुआ था. मैदान पर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच और स्टेडियम में दर्शकों के बीच एक प्रतिस्पर्धा थी. इस मैच में टीम इंडिया की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी कर रहे थे तो पाकिस्तान की कमान शाहिद आफरीदी के हाथ में थी. भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया.
सचिन की शानदार पारी-
वर्ल्ड कप के सेमीफाइन में टीम इंडिया के बल्लेबाजी सचिन तेंदुलकर ने शानदार पारी खेली थी. क्रिकेट के भगवान ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने चिर-परिचित अंदाज में खेल दिखाया था. सचिन ने 85 रन की बड़ी पारी खेली थी. इस पारी ने ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था. सचिन इतने रन बनाने के लिए 115 गेंदों का सामना किया. इस दौरान तेंदुलकर ने 11 चौके लगाए. सचिन की इस धीमी और समझदारी भरी पारी की गंभीरता का अंदाजा इसी लगाया जा सकता है कि उस मैच में सचिन को छोड़कर किसी भी बल्लेबाज ने 50 रन का स्कोर पार नहीं किया था.
टीम इंडिया की पारी-
टीम इंडिया की पारी की शुरुआत सचिन तेंदुलकर और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने किया. सहवाग शुरुआत से ही अपने रंग में नजर आ रहे थे. लेकिन जब टीम का स्कोर 48 रन था तो वीरेंद्र सहवाग को वहाब रियाज ने आउट कर दिया. सहवाग ने 25 गेंदों में 38 रनों की जोरदार पारी खेली थी. इस दौरान उन्होंने 9 चौके लगाए थे. सहवाग के आउट होने के बाद सचिन का साथ देने के लिए क्रीज पर गौतम गंभीर आए. गंभीर एक मंझे हुए खिलाड़ी की तरह खेल रहे थे. लेकिन जब टीम का स्कोर 116 रन था तो गंभीर भी मोहम्मद हाफिज की गेंद पर आउट हो गए. गंभीर ने 32 गेंदों में 27 रन की पारी खेली थी. इसके बाद कोहली और युवराज सिंह भी 9 रन और जीरो रन पर आउट हो गए. टीम के 4 खिलाड़ी 141 रन के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए थे. अभी भी सचिन तेंदुलकर क्रीज पर मौजूद थे और उनका साथ देने के लिए महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर आए. सचिन और धोनी ने स्कोर 187 रन तक पहुंचाया था, तभी सईद अजमल की गेंद पर तेंदुलकर आउट हो गए.
इसके बाद क्रीज पर आए सुरेश रैना ने मोर्चा संभाला और धोनी के साथ मिलकर टीम का स्कोर 205 रन तक पहुंचाया. इस स्कोर पर महेंद्र सिंह धोनी 25 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद एक के बाद एक विकेट गिरते रहे और एक छोर पर सुरेश रैना डटे रहे. टीम इंडिया ने 9 विकेट के नुकसान पर 260 रन का स्कोर खड़ा किया.
पाकिस्तान की पारी-
261 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम की शुरुआत भी टीम इंडिया जैसी ही थी, लेकिन रफ्तार थोड़ी कम थी. भारत को पहली सफलता 9वें ओवर में मिली. जब कमरान अजमल को जहीर खान की गेंद पर युवराज सिंह ने कैच आउट किया. कमरान अजमल ने 19 रनों की पारी खेली. इसके बाद मोहम्मद हाफिज और असद शाफिक की जोड़ी ने पाकिस्तान पारी को संभाला और स्कोर 70 रन तक ले गए. लेकिन इसी स्कोर पर मुनाफ पटेल ने मोहम्मद हाफिज का विकेट चटका दिया. मोहम्मद हाफिज ने 43 रनों की अच्छी पारी खेली थी. पाकिस्तान का तीसरा विकेट 103 रन के स्कोर पर गिरा. इसके पास अभी पाकिस्तान के स्कोर बोर्ड पर 106 रन ही जुड़े थे, तभी टीम को चौथा झटका लगा. यूनिस खान को युवराज सिंह ने चलता किया. इसके बाद लगातार पाकिस्तानी टीम के विकेट गिरते रहे. हालांकि इसके साथ ही रन भी बनते रहे. लेकिन पाकिस्तान की पूरी टीम 231 रन पर ढेर हो गई और इस तरह से टीम इंडिया ने सेमीफाइनल जीत लिया और फाइनल में जगह बना ली थी. भारत ने पाकिस्तान को 29 रनों से हराया था. पाकिस्तान की तरफ से मिसबाह-उल-हक ने शानदार 56 रन की पारी खेली थी, लेकिन टीम को जीत तक नहीं पहुंचा पाए.
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