टीम इंडिया के ऑलराउंडर खिलाड़ी रवींद्र जडेजा आज अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं. क्रिकेट की दुनिया में इन्हें सर के नाम से जाना जाता है. भारत के स्टार ऑलराउंडर जिस भी टीम के लिए खेलते हैं, उसके लिए वह सबसे अच्छे खिलाड़ी साबित होते हैं. जडेजा ने कई बार मुश्किल परिस्थितियों में टीम इंडिया की कमान संभाली है.
रवींद्र जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 को गुजरात के जामनगर में एक गांव में हुआ था. उनके पिता एक सिक्योरिटी गार्ड थे और मां नर्स थीं. पिता उन्हें सेना में अफसर बनाना चाहते थे, लेकिन जडेजा की रुचि क्रिकेटर बनने की थी. जडेजा के इस सपने उनकी मां ने उनकी मदद की. हालांकि, जब वह 17 साल के थे, तो उनकी मां का निधन हो गया, जिससे वो बुरी तरह टूट गए और क्रिकेट छोड़ने की सोचने लगे. यहां उनकी बड़ी बहन ने उनका साथ दिया और सपना पूरा करने में उनकी मदद की.
77 गेंदों में नाबाद 60 रन
जडेजा विराट कोहली की कप्तानी में 2008 में मलेशिया में विश्व कप जीतने वाली भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा थे. उन्होंने 8 फरवरी 2009 को श्रीलंका के खिलाफ अपना वन्डे डेब्यू किया था. इस मैच में उन्होंने 77 गेंदों में नाबाद 60 रन बनाए.
रवींद्र जडेजा सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और विराट कोहली के साथ मिलकर टीम के लिए 129 रन जोड़े. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने आखिरी दो गेंदों में आठ रन सहित 25 गेंदों पर नाबाद 33 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलकर भारत को इंग्लैंड के खिलाफ बढ़त दिलाई. इंग्लैंड के खिलाफ उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया. 5 मैचों में वो 12.83 की औसत से 12 विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने.
साल 2012 में किया टेस्ट डेब्यू
जडेजा ने साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट मैच से डेब्यू किया था. साल 2009 में उन्हें पहली बार टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला. यह मैच श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेला गया था. जेडेजा ने अभी तक 57 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 232 विकेट लिए हैं.
9.5 करोड़ में खरीदा गया
जडेजा को साल 2012 में चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 मिलियन डॉलर में खरीदा था. जडेजा चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले मगर टीम को आईपीएल के दो सीजन के लिए बैन किए जाने के बाद गुजरात लायंस ने उन्हें 9.5 करोड़ में खरीदा. ईइन गार्डन, कोलकाता में खेले जा रहे मैच में जडेजा 150 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर बने. मार्च 2017 में उन्होंने रविचंद्रन अश्विन को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों में एंट्री ली.
जब धोनी ने किया ट्रोल...
साल 2012 में चेन्नई सुपरकिंग्स में शामिल होने के बाद धोनी और जडेजा की बॉन्डिंग काफी अच्छी हो गई. धोनी इस समय तो सोशल मीडिया से काफी दूर हैं, लेकिन अपने साथियों के साथ मजाक करना उन्हें बेहद पसंद था. ऐसा ही एक वाक्या साल 2013 के आईपीएल के दौरान हुआ. धोनी ने एक ट्वीट के जरिए 8 साल पहले जडेजा को ट्रोल किया था. धोनी ने ट्वीट किया "भगवान ने महसूस किया कि रजनी सर बूढ़े हो रहे हैं इसलिए उन्होंने सर रवींद्र जडेजा को बनाया."
कैसे मिली 'सर' की उपाधि
2013 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय पारी में 30 रन बनाने वाले विराट कोहली के अलावा रवींद्र जडेजा एकमात्र बल्लेबाज थे. सौराष्ट्र के हरफनमौला खिलाड़ी ने खेल को अपने इर्द-गिर्द कुछ इस तरह घुमाया कि वह क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज बन गए. जडेजा ने टूर्नामेंट में 12 विकेट लेकर गोल्डन बॉल हासिल की. तब से उन्हें अक्सर 'सर जडेजा' के नाम से जाना जाता है.