अमेरिका के महान टेनिस प्लेयर ऑर्थर रॉबर्ट ऐश की आज बर्थ एनिवर्सरी है. आज अगर ऑर्थर रॉबर्ट ऐश जिंदा होते तो अपना 79वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे होते. ऑर्थर रॉबर्ट ऐश का जन्म 10 जुलाई, 1943 को रिचमंड, अमेरिका मे हुआ था. ऐश का जीवन नस्लीय भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में बीता और अंतिम दिनों में वे एड्स से लड़ते रहे. ऑर्थर ऐश जब छोटे से तभी उनकी मां का देहांत हो गया. पिता की देख रेख में बले बढ़े ऑर्थर शुरू से ही पढ़ाई और स्पोर्ट्स में रुचि थी.
सात साल की उम्र से खेलने लगे थे टेनिस
ऐश ने सात साल की उम्र से ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया. ऐश की प्रतिभा को देखते हुए टेनिस कोच रॉन चैरिटी ने उन्हें स्थानीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया. 1958 में ऐश मैरीलैंड लड़कों की चैंपियनशिप में खेलने वाले पहले अफ्रीकी अमेरिकी बने. 1963 में वह राष्ट्रीय जूनियर इंडोर टेनिस खिताब जीतने वाले पहले अफ्रीकी अमेरिकी बने और उन्हें कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स (यूसीएलए) की तरफ से स्कॉलरशिप मिली.
यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी में किया काम
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री लेने बाद ऐश अगस्त, 1966 में यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी में शामिल हुए. उन्हें वेस्ट पॉइंट पर यूनाइटेड स्टेट्स मिलिट्री एकेडमी में नियुक्त किया गया. उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी में 2 साल काम किया. 1963 में ऑर्थर ऐश युनाइटेड स्टेट्स डेविस कप टीम के लिए चुने गए पहले अश्वेत खिलाड़ी बने. साल 1968 में आर्थर ऐश अमेरिकी ओपन और साल 1970 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर टेनिस जगत में सनसनी मचा चुके थे.
महान खिलाड़ी रहे ऑर्थर ऐश
विंबलडन जीतने के साथ ही वह तीन ग्रैंड स्लैम जीतने वाले पहले अश्वेत खिलाड़ी थे. आर्थर ऐश अंतरराष्ट्रीय टेनिस में सर्वोच्च स्तर पर खेलने वाले पहले अफ्रीकी अमेरिकन खिलाड़ी थे. ऐश ने अपने करियर में 3 एकल ग्रैंड स्लैम के अलावा दो डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किए. 1980 में दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्होंने कम्पटिटीव टेनिस से सन्यास ले लिया. हालांकि वे डेविस कप टीम के कप्तान रहे. साल 1985 में आर्थर का नाम इंटरनेशनल टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया.
फैंस से छुपाई एचआईवी पॉजिटिव होने की बात
साल 1988 में उन्हें एचआईवी पॉजिटिव होने का पता चला. माना जाता है कि पांच साल पहले दिल की सर्जरी के दौरान एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाने की वजह से उन्हें ये बीमारी हुई थी. आर्थर ने अपनी बीमारी की खबर कई सालों तक अपने फैंस से छिपाकर रखी थी. जब 1992 में उन्होंने अपने फैंस को यह जानकारी दी तो लाखों लोगों के दिल टूट गए. उन्होंने एड्स के खिलाफ लड़ाई के लिए आर्थर ऐश फाउंडेशन की स्थापना की. 6 फरवरी 1993 को एड्स की वजह से उनकी जान चली गई. उस वक्त उनकी उम्र 49 साल थी. वह एड्स से मरने वाले पहले फेमस एथलीट थे.