पर्थ के वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (WACA Perth) ग्राउंड में मैच प्रैक्टिस के दौरान शुभमन गिल का अंगूठा फ्रैक्चर होने से भारत की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. निजी कारणों से रोहित शर्मा पर्थ में होने वाले पहले टेस्ट से बाहर थे ही, अब गिल भी इस टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे.
यूं तो गिल तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन वह रोहित की गैर-मौजूदगी में ओपनिंग के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते थे. अब जब गिल भी चोटिल होकर पहले टेस्ट से बाहर हो गए हैं तो टीम प्रबंधन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में एक खिलाड़ी की वाइल्ड कार्ड एंट्री करवाने के लिए तैयार हैं. आइए जानते हैं रोहित और गिल की गैर-मौजूदगी में टीम में कैसे बदलाव होने की संभावना है.
गिल की जगह टीम में कौन?
दूसरे टेस्ट तक गिल के फिट होने की संभावना है. लेकिन पहले टेस्ट में टीम को उनकी जगह किसी बल्लेबाज को उतारना होगा. यह बल्लेबाज कौन होगा, यह तो मैच शुरू होने पर ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को ऑस्ट्रेलिया में रोका गया है.
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडिया-ए के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए पडिक्कल से भारत न लौटने के लिए कहा गया है. रिपोर्ट में कहा गया, "यह भी पता चला है कि देवदत्त पडिक्कल, जो ऑस्ट्रेलिया में भारत-ए का हिस्सा थे, टेस्ट टीम के साथ वहीं रहेंगे. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है कि पडिक्कल मुख्य टीम का हिस्सा होंगे या रिजर्व रहेंगे."
सनद रहे कि ऑस्ट्रेलिया-ए और इंडिया-ए के बीच खेले गए मैचों में पडिक्कल का प्रदर्शन शानदार रहा था. जहां ज्यादातर भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आगे संघर्ष करते नजर आए थे, वहीं पडिक्कल ने चार पारियों में 35.25 की औसत से 141 रन बनाए थे. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 88 रन रहा था.
कौन हो सकता है सलामी बल्लेबाज
रोहित अगर दूसरे टेस्ट में भी टीम में शामिल हो जाते हैं तो भारत को पहले टेस्ट के लिए एक सलामी बल्लेबाज की जरूरत होगी. इस पोजीशन को भरने के लिए भारत के पास फिलहाल चार विकल्प हैं.
केएल राहुल- केएल राहुल पर्थ टेस्ट में पारी की शुरुआत करने के लिए भारत का पहला विकल्प हैं. कोच गौतम गंभीर साफ कर चुके हैं कि राहुल के अंदर किसी भी पोजीशन पर बल्लेबाजी करने की काबिलियत है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार पर्थ टेस्ट में राहुल के बतौर ओपनर उतरने की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं.
अभिमन्यु ईश्वरन- अभिमन्यु ईश्वरन की उम्र 29 साल है और 101 फर्स्ट क्लास मैच खेलने के बाद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने के प्रबल दावेदार हैं. हालांकि ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ खेले गए दो मैचों में वह सिर्फ 36 रन ही बना सके थे. बहरहाल, अगर ईश्वरन को सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलने का मौका नहीं भी मिलता तो भारतीय टीम उन्हें पर्थ में तीसरे नंबर पर उतार सकती है. ईश्वरन का डिफेंसिव अंदाज उन्हें इस पोजीशन के लिए उपयुक्त विकल्प भी बनाता है.
साई सुदर्शन- महज 23 साल के साई सुदर्शन ने यूं तो ईश्वरन के आधे फर्स्ट क्लास मैच भी नहीं खेले लेकिन उनकी प्रतिभा और शानदार फॉर्म उन्हें पर्थ टेस्ट में जगह दिला सकती है. सुदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ खेले गए मुकाबले में एक शतक भी जड़ा था जो टीम प्रबंधन को उन्हें चुनने के लिए लालायित कर सकता है.
रुतुराज गायकवाड़- गायकवाड़ इस लिस्ट में सबसे नया और सबसे चौंकाने वाला नाम हैं. लेकिन उन्होंने पर्थ में खेले गए प्रैक्टिस मैच में शानदार प्रदर्शन किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, गायकवाड़ ने जसप्रीत बुमराह, रवि अश्विन और आकाशदीप जैसे गेंदबाजों के खिलाफ करीब एक घंटे तक बैटिंग की और 80 से ज्यादा रन बनाए. गायकवाड़ का आत्मविश्वास जरूरत पड़ने पर उन्हें पर्थ टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में जगह दिला सकता है.