भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने फिर से एक बार इतिहास रच दिया है. नीरज ने फिनलैंड में आयोजित पावो नूरमी गेम्स में सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया और गोल्ड पर कब्जा जमाया. ओलंपिक खेलों से पहले नीरज की ये दमदार वापसी खेल प्रेमियों के लिए बेहद सुखद है. बता दें कि नीरज ने 85.97 मीटर का थ्रो फेंककर ये शानदार कारनामा किया. वहीं दूसरे नंबर पर फिनलैंड के टोनी केरानेन रहे. उन्होंने 84.19 मीटर का थ्रो फेंककर रजत पदक अपने नाम किया. वहीं ओलिवियर हेलैंडर ने 83.96 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया.
ओलंपिक में जीत चुके हैं स्वर्ण
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. ऐसे में पेरिस ओलंपिक से ठीक पहले नीरज का ये शानदार फॉर्म न सिर्फ उनके लिए बल्कि भारत के सभी खेल प्रेमियों के लिए अच्छा संकेत है. पिछले महीने चेकिया में ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक मीट में चोट के कारण वे भाग नहीं ले पाए थे. ऐसे में सभी उनके दमदार वापसी का इंतजार कर रहे थे और उन्होंने किसी को निराश नहीं किया.
दूसरे स्थान पर खिसक गए थे नीरज
नीरज का मुकाबला एंडरसन पीटर्स, केशोर्न वालकॉट, ओलिवियर हेलैंडर और मैक्स डेहिंग जैसे खिलाड़ियों से था. नीरज ने पहले प्रयास में 83.62 मीटर का थ्रो किया. हालांकि एंडरसन पीटर्स से वे आगे रहे. पीटर्स ने 82.58 मीटर का थ्रो किया था. दूसरी बार में नीरज ने 83.45 मीटर का थ्रो फेंका लेकिन इस बार ओलिवियर ने 83.96 मीटर का थ्रो कर बढ़त बना ली और नीरज दूसरे स्थान पर खिसक गए.
ऐसे की वापसी
दूसरे प्रयास में नीरज पिछड़ गए थे लेकिन अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने दमदार वापसी की. उन्होंने तीसरी बार में 85.97 मीटर का थ्रो किया. नीरज के दबदबा का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि 8 खिलाड़ियों में वह अकेले थे जिन्होंने 85 मीटर के पार थ्रो किया. अगर बात करें ओलिवियर की तो तीसरे प्रयास में उन्होंने 82.60 मीटर थ्रो किया. चौथे प्रयास में नीरज का थ्रो काफी कमजोर रहा और वह 82.21 मीटर ही फेंक पाए. पांचवां प्रयास फाउल रहा और छठे प्रयास में उन्होंने 82.97 मीटर थ्रो किया. नीरज के तीसरे प्रयास 85.97 मीटर को कोई टच भी नहीं कर सका. और इस तरह से उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया.