आज भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान का जन्मदिन है. यूसुफ पठान कुछ समय के लिए वनडे और टी20 टीम के नियमित सदस्य थे. वह ऑफ-स्पिनर और आक्रामक बल्लेबाज़ रहे हैं.
यूसुफ भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान के बड़े सौतेले भाई हैं. दोनों भाइयों ने बड़ौदा (अब वडोदरा) की गलियों में एक साथ क्रिकेट खेलना सीखा. उनका परिवार मध्यम वर्गीय था लेकिन बावजूद इसके ये दोनों भाई क्रिकेट में कामयाब रहे. आज यूसुफ के जन्मदिन पर हम आपको बता रहे हैं उनके बारे में दिलचस्प बातें.
वर्ल्ड कप फाइनल में किया इंटरनेशनल डेब्यू
युसुफ ICC World Cup T20 2007 के लिए भारत की टीम का हिस्सा थे. लेकिन पूरे टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला. हालांकि, वीरेंद्र सहवाग को फाइनल से ठीक पहले चोट लग गई और उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ बाहर बैठना पड़ा.
युसुफ को उनकी जगह खेलना पड़ा और यूसुफ ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू वर्ल्ड कप फाइनल में किया. उन्होंने 8 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से 15 रन बनाए. उन्होंने मोहम्मद आसिफ की बॉल पर अच्छे रन बटोरे. भारत ने ट्रॉफी जीत ली और यूसुफ आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण करने वाले कुछ खिलाड़ियों में से एक रहे.
'मैन ऑफ स्टील' हैं यूसुफ पठान
हमेशा कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो दबाव में रहते हैं. यूसुफ उनमें से एक हैं. 2008 में ए-टीम ट्राइंगुलर सिरीज में यूसुफ का योगदान 123 गेंदों पर 148 रन का था. उनकी वजह से भारत ए ने यह मैच 81 रनों से जीता. इसी तरह, 2010 में दलीप ट्रॉफी के फाइनल मं उन्होंने अपना जलवा दिखाया.
यह मैच साउथ जोन और वेस्ट जोन के बीच खेला गया था. साउथ ने वेस्ट को 536 रन का असंभव-सा लक्ष्य दिया. इस मैच में यूसुफ ने 190 गेंदों पर 210 रनों की नाबाद पारी में 19 चौके और 10 छक्के लगाए, और वेस्ट ने 7 विकेट पर 541 रन बनाकर तीन विकेट से जीत दर्ज की.
क्रिकेट अकादमी ऑफ़ पठान्स
यूसुफ और इरफान ने 2014 में क्रिकेट अकादमी ऑफ़ पठान्स (CAP) का शुभारंभ किया. ग्रेग चैपल अकादमी के कोचों में से एक हैं, जो युवा खिलाड़ियों को अपने खेल को विकसित करने में मदद कर रहे हैं.