एशिया कप 2023 सुपर-4 के आखिरी मुकाबले में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया को 6 रनों से हार का सामना करना पड़ा. बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान शाकिब अल हसन और तौहीद हृदयोय की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 266 रनों का लक्ष्य रखा था. इस स्कोर का पीछा करते हुए टीम इंडिया 259 रनों पर ही सिमट गई. इस दौरान शुभमन गिल ने शतक और अक्षर पटेल ने जरूर 42 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन वे टीम को जीत नहीं दिला पाए.
यह एशिया कप के इतिहास में बांग्लादेश की भारत पर सिर्फ दूसरी जीत है, इससे पहले भारत को मीरपुर, 2012 में हार मिली थी. हालांकि इस मुकाबले का नतीजा दोनों टीमों के लिए मायने नहीं रखेगा. अब एशिया कप 2023 का फाइनल मैच भारत-श्रीलंका के बीच 17 सितंबर को खेला जाएगा.
जीता हुआ मैच हार गई टीम इंडिया
भारतीय टीम को आखिरी दो ओवर में जीत के लिए 17 रनों की ही जरूरत थी. क्रीज पर अक्षर पटेल 32 गेंद पर 38 रन बनाकर टिके थे. शार्दुल ठाकुर भी नाबाद थे. लेकिन 49वें ओवर में मुस्तफिजुर रहमान ने कहानी ही बदल दी. पहली ही गेंद पर उन्होंने शार्दुल ठाकुर को आउट किया. स्क्वायर लेग पर उन्होंने कैच दिया. ओवर की तीसरी गेंद पर अक्षर पटेल ने चौका मारा. इसके बाद भारत को 9 गेंद पर 12 रन चाहिए थे।
भारत को जीत सामने दिखने लगी थी लेकिन बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में अक्षर पटेल आउट हो गए. वह 9वें भारतीय बल्लेबाज के रूप में आउट हुए. इसके बाद क्रीज पर नंबर 11 बल्लेबाज प्रसिद्ध कृष्णा उतरे. वह मुस्तफिजुर के खिलाप दो गेंद पर कोई रन नहीं बना पाए. आखिरी ओवर में भारत को 12 रनों की जरूरत थी. तंजिम हसन साकिब के खिलाफ मोहम्मद शमी पहली तीन गेंद पर कोई रन नहीं बना पाए. चौथी गेंद पर शमी ने चौका मारा लेकिन 5वीं गेंद पर दो रन लेने की कोशिश में आउट हो गए.
भारत की हार के बड़े कारण
1. जरूरत से ज्यादा एक्सपेरिमेंट: बांग्लादेश के खिलाफ भारत पर जरूर से ज्यादा एक्सपेरिमेंट भारी पड़ गए. रोहित शर्मा ने इस हार के बाद यह जरूर कहा कि वह बड़ी तस्वीर को देखते हुए उन्होंने उन खिलाड़ियों को मौका दिया जो आगामी वर्ल्ड कप में खेल सकते हैं. लेकिन प्लेइंग 11 में एक साथ 5 बदलाव करना टीम पर भारी पड़ गया.
हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को तो आराम देना जायज माना जा सकता है क्योंकि पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ बैक टू बैक गेंदबाजों ने खूब पसीना बहाया था, लेकिन विराट कोहली और कुलदीप यादव जैसे मुख्य खिलाड़ियों को एशिया कप फाइनल से पहले रोहित को आराम नहीं देना चाहिए था. वर्ल्ड कप से पहले मुख्य खिलाड़ियों को लगातार आराम देना भारत पर भारी पड़ सकता है.
2. जडेजा का बल्ले से खराब प्रदर्शन: रविंद्र जडेजा की बैटिंग फॉर्म टीम इंडिया के लिए बड़ा सिरदर्द बन गई है. वह टीम में ऑलराउंडर की हैसियत से खेलते हैं लेकिन आखिरी अर्धशतक 2020 में ही बनाया था. एशिया कप में तो वह बुरी तरह फेल रहे हैं और वर्ल्ड कप से पहले टीम मैनजमेंट के लिए उनकी फॉर्म चिंता का विषय बन गई है.
जडेजा जिस पोजिशन पर बैटिंग करने आते हैं, वहां स्ट्राइक रेट सबसे अहम होता है. साल 2023 में अगर सबसे कम स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की बात करें जिन्होंने कम से कम 100 गेंदों का सामना किया है तो इस सूची में जडेजा 56.79 के स्ट्राइक रेट के साथ टॉप पर हैं.
3. वनडे में धमाल नहीं मचा पा रहे सूर्याकुमार: सूर्यकुमार यादव टी-20 में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं लेकिन वनडे में कहानी पूरी तरह अलग है. 25 पारियों के बाद उनका औसत सिर्फ 24.40 का ही है. फिर भी उन्हें वर्ल्ड कप टीम में चुना गया है. बांग्लादेश के खिलाफ एक बार फिर अच्छी शुरुआत के बाद वह फेल रहे.
करियर की शुरुआती 6 पारियों में उनका औसत 65 का था लेकिन उसके बाद कभी 40 का स्कोर भी नहीं बना पाए हैं. लगातार खराब प्रदर्शन के चलते उन्होंने कप्तान और चयनकर्ताओं की चिंता बढ़ा दी है. बांग्लादेश के खिलाफ लगातार स्वीप शॉट लगाने के प्रयास में सूर्या अपना विकेट शाकिब अल हसन को दे बैठे. वनडे क्रिकेट में उनका प्रदर्शन अभी तक आदर्श नहीं रहा है.
4. स्पिन यूनिट को दमखम दिखाने की जरूरत: बांग्लादेश के खिलाफ स्पिनर्स का विकेट न चटका पाना भारत की हार के प्रमुख कारणों में से एक है. कुलदीप यादव एशिया कप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-5 गेंदबाजों की सूची में शामिल हैं. लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में अन्य दो स्पिनर अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा काफी फीके नजर आए. दोनों ने मिलकर बांग्लादेश के खिलाफ 19 ओवर गेंदबाजी की जिसमें 100 रन खर्च कर दो ही विकेट चटकाए. भारतीय स्पिन यूनिट को दमखम दिखाने की जरूरत है.
5. बैटिंग यूनिट रही फ्लॉप: कप्तान रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय मिडिल ऑर्डर का टेस्ट होना था. विराट कोहली की गैरमौजूदगी में मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने काफी निराश किया. सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जिस तरह से आउट हुए, उनमें अनुभव की कमी साफ देखने को मिल रही थी. बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय बैटिंग यूनिट फ्लॉप रही.
6. टेलेंडर्स को जल्दी नहीं समेट पाएः बांग्लादेश के बांग्लादेश के नंबर 8, 9 और 10 के बल्लेबाजों ने मिलकर 87 रन बना दिए. 193 पर 7 विकेट गिरने के बाद टीम 265 तक पहुंच गई. पिछले मैच में भी निचले क्रम के बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया था. भारतीय गेंदबाजों के सामने सवाल है कि कैसे वह टेलेंडर्स को जल्द से जल्द समेटे.
7. स्पिनर के खिलाफ खुलकर नहीं खेल पाए बल्लेबाजः टीम इंडिया के बल्लेबाज स्पिनर गेंदबाजों के खिलाफ काफी मजबूत माने जाते हैं. लेकिन श्रीलंका के खिलाफ सभी 10 विकेट स्पिनर को मिले. बांग्लादेश के चारों स्पिनर ने बल्लेबाजों को खूब परेशान किया. अंत के ओवर में भी बांग्लादेशी टीम स्पिनर्स से गेंदबाजी करवा रही थी. कोई भी भारतीय बल्लेबाज उनके खिलाफ खुलकर नहीं खेल पाया.
8: मौकों को नहीं भुना पाए: टीम इंडिया ने इस मैच में तिलक वर्मा, सूर्य कुमार यादव, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर, प्रसिद्ध कृष्णा को मौका दिया. तिलक वर्मा को वनडे की डेब्यू कैप मिली. तिलक वर्मा को नंबर 3 पर खेलने के लिए भेजा गया लेकिन वो 5 रन बनाकर चलते बने. श्रेयस अय्यर की इंजरी के कारण उनके पास मौका था कि वह वर्ल्ड कप की टीम में अभी भी दावेदारी जता सकें, लेकिन तिलक तंजीम हसन का शिकार बन गए. शार्दुल ने 3 विकेट जरूर लिए पर इसके लिए उन्होंने 10 ओवर में 65 रन दे दिए. मोहम्मद शमी और प्रसिद्ध कृष्णा ने जरूर प्रभावित किया.
इंडिया की हार पर शोएब अख्तर के बिगड़े बोल
भारत की हार पर शोएब अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'भारत मैच हार गया है. आप ज्यादा आलोचना नहीं कर सकते क्योंकि बांग्लादेश भी यहां खेलने आई है. पाकिस्तान की लोग आलोचना कर रहे थे कि पाकिस्तान ने मार खा ली श्रीलंका से... यार श्रीलंका की अच्छी टीम है, बुरी टीम तो नहीं है. बांग्लादेश भी अच्छी टीम है, वो इंटरनेशनल क्रिकेट खेलती है.
उन्होंने फेंटा लगाया है इंडिया को... ठीक ठाक फेंटा लगाया है इंडिया को... कुछ थोड़ा बहुत सुकून पाकिस्तान को आया होगा कि इंडिया यहां बांग्लादेश से मैच हारा. भारत के लिए यह वेकअप कॉल है और यह इसलिए है क्योंकि आप किसी भी टीम को हलके में नहीं ले सकते. आपने पाकिस्तान को हरा दिया, श्रीलंका को हराया दिया तो हम वर्ल्ड की बेस्ट टीम है. एशिया कप में छोटी टीमों ने दिखाया है कि वो आने वाले वर्ल्ड कप में ये आपको पेंचा डालेगी'.