भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने थॉमस कप के फाइनल में 14 बार की विजेता रही इंडोनेशिया को हराकर इतिहास रच दिया है. इंडोनेशिया इससे पहले 2020 में हुए थॉमस कप की चैंपियन रही है. ऐसे में सबकी निगाहें भारतीय टीम के धुरंधरों पर थी. भारतीय टीम ने अपने प्रदर्शन से सबको आश्चर्यचकित करते हुए कमाल कर दिखाया और इंडोनेशिया को 3-0 से करारी शिकस्त दी. बता दें कि सेमीफाइनल में 2016 की विजेता रही डेनमार्क को 3-2 से हराकर भारत ने फाइनल में जगह बनाई थी .
पहली बार थॉमस कप पर किया कब्जा
थॉमस कप के इतिहास में भारत का नाम अब सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है. बता दें कि 1949 में थॉमस कप टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी और तब से यह पहला मौका है, जब भारतीय टीम फाइनल में पहुंची भी और धमाकेदार जीत भी दर्ज की. इससे पहले 1952, 1955 और 1979 में सिर्फ सेमीफाइनल तक का ही सफर भारतीय टीम पूरा कर पाई थी. 73 सालों के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब भारत ने थॉमस कप पर कब्जा जमाया. भारत की जीत धमाकेदार इस लिहाज से भी है कि इंडोनेशिया जैसी टीम जो 14 बार अपने नाम थॉमस कप कर चुकी है, उसको 3-0 से हराया है.
पहले मुकाबले में ही 1-0 से बना ली थी बढ़त
आज हुए फाइनल के पहले मुकाबले में भारत के लक्ष्य सेन ने इंडोनेशिया के वर्ल्ड नम्बर 5 खिलाड़ी एंथोनी सिनिसुका को 8-21, 21-17, 21-16 से हराया और 1-0 से बढ़त बना ली. दूसरा मुकाबला डबल्स का शुरू हुआ. जिसमें भारत की तरफ से सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने इंडोनेशिया के मोहम्मद अहसान और केविन संजया को 18-21, 23-21, 21-19 से हरा दिया. इसके बाद तीसरा और अंतिम मैच सिंगल्स खेला गया, जिसमें किदांबी श्रीकांत ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता जोनातन क्रिस्टी को 21-15, 23-21 से हराकर इतिहास रच दिया और भारत को थॉमस कप में गोल्ड दिलाया.
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए भारतीय बैडमिंटन टीम को इस जीत के लिए बधाई दी.