क्रिकेट के लिए 14 साल की उम्र में छोड़ा था घर, अब ईशान किशन बने IPL इतिहास के दूसरे सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी

क्रिकेट के लिए उनकी दीवानगी के कारण ईशान को स्कूल से निकाल दिया गया था, क्योंकि स्कूल के दौरान वह अपनी पुस्तकों पर क्रिकेट के चित्र बनाते रहते थे. उन्होंने 7 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और अलीगढ़ के स्कूल वर्ल्ड कप में अपनी स्कूली टीम का नेतृत्व किया था. उनके दोस्त उन्हें ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ देखने के बाद उसके एक किरदार “Definite” के नाम से पुकारने लगे थे.

Indian Cricketer Ishaan Kishan
अंजनी
  • नई दिल्ली,
  • 13 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:27 PM IST
  • 14 साल की उम्र में क्रिकेट के लिए छोड़ा बिहार 
  • दोस्तों के लिए थे “Definite”
  • रणजी में दिल्ली के खिलाफ बनाए 273 रन
  • अंडर-19 विश्व कप में किया भारत का नेतृत्व
  • पहली बार आईपीएल में 35 लाख रुपये में बिके 

इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल की नीलामी पूरी होने के बाद ईशान किशन मौजूदा इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं. मुंबई इंडियंस ने उन्हें 15.25 करोड़ रुपए में खरीदा है. वो अपने बेस प्राइस यानी 2 करोड़ से 7 गुना अधिक महंगे बिके हैं. मुंबई ने आईपीएल के इतिहास में ऑक्शन में पहली बार किसी खिलाड़ी पर 10 करोड़ या उससे अधिक की बोली लगाई है. दूसरी टीमों ने भी ईशान पर बढ़-चढ़ कर बोली लगाई. ईशान को पिछले सीजन से लगभग 9 करोड़ रुपए अधिक मिले हैं. इसी के साथ ईशान आईपीएल में किसी टीम द्वारा खरीदे जाने वाले दूसरे सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी भी बन गए हैं. इससे पहले 2015 में युवराज सिंह के नाम पर 16 करोड़ रुपए की बोली लगाई गई थी.

14 साल की उम्र में क्रिकेट के लिए छोड़ा बिहार 

ईशान का जन्म 18 जुलाई 1998 को बिहार की पटना में हुआ था. बिहार से भारतीय क्रिकेट टीम का सफर ईशान के लिए आसान नहीं रहा है. उन्हें क्रिकेट की खातिर अपने शहर को छोड़ना पड़ा था. ईशान जब 14 साल के थे तब उनके परिवार ने पटना को छोड़कर रांची में बसने का फैसला किया था. उनके पिता के मुताबिक ईशान के कोच ने शहर छोड़ने की सलाह दी थी ताकि वे उच्च स्तर पर खेलने के लिए तैयार हो सके हालांकि ईशान की मां इसके लिए तैयार नहीं थी, लेकिन ईशान की जिद के आगे परिवार को अंत में रांची जाना पड़ा.

दोस्तों के लिए थे “Definite”

क्रिकेट के लिए उनकी दीवानगी के कारण ईशान को स्कूल से निकाल दिया गया था, क्योंकि स्कूल के दौरान वह अपनी पुस्तकों पर क्रिकेट के चित्र बनाते रहते थे. उन्होंने 7 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और अलीगढ़ के स्कूल वर्ल्ड कप में अपनी स्कूली टीम का नेतृत्व किया था. उनके दोस्त उन्हें ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ देखने के बाद उसके एक किरदार “Definite” के नाम से पुकारने लगे थे. उनके भाई राज एक अच्छे क्रिकेटर थे, लेकिन उन्होंने अपना सपना अपने भाई के लिए त्याग दिया क्योंकि उन्हें लगता था कि ईशान उनसे बेहतर खिलाड़ी बन सकते हैं.

रणजी में दिल्ली के खिलाफ बनाए 273 रन

दिसंबर 2014 में ईशान ने झारखंड के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पहला मैच खेला था. 2014 में अपने डेब्यू रणजी सीज़न में एक शतक और 5 अर्द्धशतक बनाते हुए उन्होंने पहली बार चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा था. घरेलू क्रिकेट में वो सबकी नजर में तब आए जब 2016-17 में रणजी में दिल्ली के खिलाफ 273 रन बनाए थे. यह झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी में किसी खिलाड़ी का अब तक का सर्वोच्च स्कोर है. उन्होंने 2018-19 के विजय हजारे ट्रॉफी में भी झारखंड के लिए नौ मैचों में सबसे ज्यादा, 405 रन बनाए थे.

अंडर-19 विश्व कप में किया भारत का नेतृत्व 

बाएं हाथ के बल्लेबाज किशन को  2016 में अंडर -19 विश्व कप के लिए भारत के अंडर -19 टीम का नेतृत्व करने का भी मौका मिला. इस विश्व कप में भारत उपविजेता रहा. उन्होंने 18 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था. 23 साल के ईशान किशन एक बेहतरीन बल्लेबाज के साथ-साथ अच्छे विकेटकीपर भी हैं. भारतीय क्रिकेट में धोनी के बाद के युग में, उन्होंने विकेटकीपर-बल्लेबाजों के क्लब में शामिल हो गए हैं, जो उनकी जगह लेने के लिए इंतजार कर रहे हैं.

पहली बार आईपीएल में 35 लाख रुपये में बिके 

2016 में बांग्लादेश में अंडर -19 विश्व कप में भारत का नेतृत्व करने के बाद ईशान किशन को पहली बार गुजरात लायंस ने खरीदा था. अब बंद हो चुकी फ्रेंचाइजी ने उन्हें 35 लाख रुपये में खरीदा था. दो सत्रों में, गुजरात के लिए झारखंड के विकेटकीपर ने 16 मैच खेले और केवल 319 रन बनाए. 2018 में, उन्हें मुंबई इंडियंस द्वारा 5.5 करोड़ रुपये में खरीदा गया था. ईशान ने 2018 में 14 गेम और 2019 में सात गेम खेले, जिसमें 16.83 की औसत से सिर्फ 101 रन बनाए.


 

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