हार्दिक पांड्या गुजरात टाइटंस का साथ छोड़कर मुंबई इंडियंस में जाने के लिए तैयार है. आईपीएल 2022 में गुजरात को चैंपियन बनाने वाले पांड्या अगले सीजन में अपनी पुरानी फ्रेंचाइजी मुंबई के लिए खेलते हुए नजर आ सकते हैं. इसके लिए मुंबई करोड़ो खर्च करने के लिए तैयार है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हार्दिक की फीस 15 करोड़ रुपए है और मुंबई इसके इतर भी एक तय रकम गुजरात को दे रही है.
ट्रांसफर फीस की रकम क्या है, इस बारे में अब तक जानकारी नहीं मिल सकी है. हार्दिक को ट्रांसफर फीस का 50 प्रतिशत तक मिलेगा. यदि डील सफल रहा तो यह संभवत: आईपीएल के इतिहास का सबसे बड़ा प्लेयर ट्रेड होगा. आइए जानते हैं पांड्या के बाद गुजरात की कमान किसको मिल सकती है और आईपीएल का ट्रेंड विंडो नियम क्या है?
क्या है ट्रेंड विंडो नियम
आईपीएल 2024 ट्रेड विंडो नियम के तहत फ्रेंचाइजी या तो खिलाड़ियों को एक-दूसरे के बीच बदल सकती हैं या पूर्ण नकद सौदे में खिलाड़ियों को खरीद सकती हैं. इस पूरे मामले में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के पास आखिरी अधिकार सुरक्षित होता है. दरअसल, यदि कई फ्रेंचाइजी एक ही खिलाड़ी को साइन करना चाहती हैं तो खिलाड़ी को बेचने वाली फ्रेंचाइजी तय करती है कि उसका खिलाड़ी किस टीम में जाएगा. लेकिन प्लेयर के ट्रेड या ट्रांसफर से पहले खिलाड़ी की सहमति भी जरूरी है. यदि प्लेयर मना कर देगा तो डील उसी वक्त रद्द हो जाती है. फ्रेंचाइजी अपने 'आइकन प्लेयर्स' को ट्रेड नहीं कर सकते.
आईपीएल विंडो से कब तक ट्रेंडिंग होगी
टीमों को 26 नवंबर तक अपनी रिटेंशन सूची डालनी होगी. वह खिलाड़ियों के ट्रेडिंग का आखिरी दिन भी होगा. शाम 4 बजे तक ट्रड किया जा सकता है. रिटेंशन लिस्ट और ट्रेड लिस्ट फ्रेंचाइजी में टीमों के आखिरी पर्स का फैसला करेगी. यानी जिस टीम ने ज्यादा प्लेयर्स रीलिज किए स्वभाविक रूप से उसके पर्स में ज्यादा पैसे होंगे.
अब तक ट्रेड किए गए प्लेयर्स
1. रोमारियो शेफर्ड (INR 50 लाख) - लखनऊ सुपर जायंट्स से मुंबई इंडियंस.
2. देवदत्त पडिक्कल (INR 7.5 करोड़) - राजस्थान रॉयल्स से लखनऊ सुपर जाइंट्स.
3. आवेश खान (INR 10 करोड़) - लखनऊ सुपर जायंट्स से राजस्थान रॉयल्स.
कब है आईपीएल ऑक्शन
आईपीएल खेलने के लिए 19 दिसंबर 2023 को खिलाड़ियों की मंडी सजेगी, जिसमें प्लेयर्स के पास एकबार फिर करोड़पति बनने का मौका होगा. टीमें अपने जरूरत के हिसाब से खिलाड़ियों का चुनाव करेगी. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नीलामी पहली बार भारत के बाहर आयोजित की जा सकती है. ऑक्शन की मेजबानी के लिए दुबई का नाम सबसे ऊपर चल रहा है.
कई खिलाड़ियों को रिलीज करने की पड़ेगी जरूरत
मुंबई इंडियंस यदि हार्दिक को ट्रेड करती है तो तो उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती उसका पर्स है. पिछली नीलामी के बाद, मुंबई के पास केवल 0.05 करोड़ रुपए बचे थे. आगामी नीलामी के लिए फ्रेंचाइजी को अपने पर्स में 5 करोड़ रुपए अतिरिक्त मिलेंगे. इसका मतलब यह है कि मुंबई इंडियंस को हार्दिक पांड्या का ट्रेड करने के लिए कई मोटी रकम वाले खिलाड़ियों को रिलीज करने की जरूरत है. यदि हार्दिक मुंबई में शामिल होते हैं तो ट्रेड विंडो से टीम बदलने वाले आईपीएल के तीसरे कप्तान होंगे. इससे पहले 2020 में रविचंद्रन अश्विन को दिल्ली कैपिटल्स ने पंजाब किंग्स से अपनी टीम में ट्रेड से शामिल किया था. वहीं, 2020 में ही अजिंक्य रहाणे को दिल्ली कैपिटल्स ने राजस्थान रॉयल्स से ट्रेड किया था.
गुजरात टाइंटस की कप्तानी के लिए ये दावेदार
शुभमन गिल: हार्दिक पंड्या के बाद कप्तानी की रेस में शुभमन गिल फिलहाल सबसे आगे हैं. उनकी फिटनेस और उनका फॉर्म उन्हें रेस में सबसे आगे बनाए हुए हैं. शुभमन अभी युवा हैं और उनकी कप्तानी करने से टीम इंडिया को भी काफी फायदा होगा. साथ ही यह तय है कि अगर वह चोटिल नहीं होते हैं तो सभी मैच खेलते दिखेंगे.
केन विलियमसन: हार्दिक पंड्या के जाने के बाद न्यूजीलैंड के स्टार खिलाड़ी और कप्तान केन विलियमसन गुजरात टाइटंस को बखूबी संभाल सकते हैं. विलियमसन को कप्तानी का अच्छा अनुभव है. वह इंटरनेशनल क्रिकेट और आईपीएल दोनों में कप्तानी कर चुके हैं.
मोहम्मद शमी: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पिछले दो साल में आईपीएल में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया है. साथ ही उनका फॉर्म गजब का चल रहा है. ऑस्ट्रेलिया के लिए जैसे पैट कमिंस हैं. ठीक वैसे ही गुजरात के लिए शमी बन सकते हैं.
हार्दिक को 2015 में पहली बार मिला था मौका
2015 में हुए आईपीएल सीजन में हार्दिक पांड्या पहली बार आईपीएल का हिस्सा बने थे. उन्हें मुंबई इंडियंस ने 10 लाख रुपए में अपने स्क्वॉड से जोड़ा. इस सीजन उन्हें 9 मैच खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने 112 रन बनाए थे और 1 विकेट भी लिया था. अगले दो सीजन यानी 2016 और 2017 में भी वह 10 लाख रुपए में मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े.
हार्दिक की 2018 में चमकी किस्मत
हार्दिक की किस्मत 2018 आईपीएल में ऐसी चमकी कि वह सीधा लाख से करोड़पति बन गए. उन्हें मुंबई इंडियंस ने 11 करोड़ रुपए में खरीदा था. इसके पीछे का एक कारण था 2017 में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में हार्दिक पांड्या का प्रदर्शन. इस टूर्नामेंट के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ हार्दिक ने भारत को जीत दिलाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके. बता दें कि 2017 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी 50 ओवर फॉर्मेट में खेला गया था. पाकिस्तान ने यह टूर्नामेंट अपने नाम किया था. 2018 आईपीएल सीजन में हार्दिक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. उन्होंने बल्ले से 13 मैचों में 260 रन बनाए वहीं, गेंदबाजी करते हुए 18 बल्लेबाजों को शिकार बनाया था.
लगातार दो साल मुंबई ने किया रिटेन
2018 के प्रदर्शन के चलते हार्दिक पांड्या को लगातार दो साल तक मुंबई इंडियंस ने रिटेन किया. 2019 और 2020 में मुंबई इंडियंस के लिए हार्दिक 11 करोड़ (एक सीजन में) रुपए में ही खेले. इन दोनों ही सीजन में मुंबई आईपीएल चैंपियन बनी. 2019 में हार्दिक पांड्या ने 16 मैचों में 402 रन बनाए और गेंदबाजी करते हुए 14 विकेट भी झटके. वहीं, 2020 में वह सिर्फ बल्लेबाजी ही कर सके उन्होंने 14 मैचों में 281 रन बनाए.
2022 में हार्दिक बने गुजरात के कप्तान
आईपीएल 2021 में मुंबई इंडियंस ने हार्दिक को रिलीज किया लेकिन ऑक्शन में फिर उन्हें स्क्वॉड से जोड़ा. इस सीजन में भी उन्हें 11 करोड़ रुपए ही मिले. आईपीएल 2022 हार्दिक के लिए सबसे लकी सीजन रहा. इसी सीजन आईपीएल से जुड़ी नई टीम गुजरात टाइटंस का उन्हें कप्तान बना दिया गया. गुजरात ने उन्हें 15 करोड़ रुपए की मोटी रकम देकर कप्तान बनाया.
खास बात यह रही कि पहली बार आईपीएल में कप्तानी कर रहे हार्दिक नई-नवेली टीम को चैंपियन बनाने में भी कामयाब हो गए. आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस ने अपने पहले ही सीजन में खिताब जीता. 2023 में वह रिटेन हुए और एक बार फिर टीम को फाइनल तक पहुंचाने में कामयाब रहे. इस सीजन भी उन्हें 15 करोड़ रुपए ही मिले. हालांकि, चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात को हराकर यह सीजन अपने नाम किया.
सबसे ज्यादा बार आईपीएल जीतने वाली टीमें
1. मुंबई इंडियंस पांच बार (2013, 2015, 2017, 2019, 2020) आईपीएल का खिताब जीत चुकी है.
2. चेन्नई सुपर किंग्स टीम भी पांच बार (2010, 2011, 2018, 2021, 2023) आईपीएल कप पर कब्जा जमा चुकी है.
3. कोलकाता नाइट राइडर्स चीम दो बार (2012, 2014) में चैंपियन बन चुकी है.
4. सनराइजर्स हैदराबाद टीम एक बार (2016) में विजेता रह चुकी है.
5. राजस्थान रॉयल्स टीम एक बार (2008) में चैंपियन बनी थी.
6. डेक्कन चार्जर्स टीम एक बार (2009) विजेता रह चुकी है.
7. गुजरात टाइटंस टीम एक बार 2022 में कप पर कब्जा जमा चुकी है.