इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का खिताब पांच बार जीत चुकी मुंबई इंडियंस (MI) इस सीजन में अभी तक एक जीत के लिए तरस रही है. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई वाली टीम लगातार पांच मैच हार चुकी है. कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बल्ले से बड़े रन नहीं निकल रहे हैं. मुंबई इंडियंस के कप्तान के तौर पर रोहित (Rohit Sharma) से कप्तानी पारी की उम्मीद की जाती है मगर रोहित रन नहीं बना पा रहे हैं. मुंबई इंडियंस की 5 लगातार हार और रोहित की बल्ले से नाकामी ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं. कई पूर्व क्रिकेटर और एक्सपर्ट्स ने रोहित शर्मा पर सवाल उठाए हैं.
पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का कहना है कि उन्हें लगा था कि इस सीजन के शुरुआत से पहले रोहित शर्मा (Rohit Sharma) मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) की कप्तानी छोड़ देंगे, जिस तरह विराट कोहली ने किया था. पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि रोहित शर्मा को अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करने के लिए कायरन पोलार्ड को कप्तानी दे देनी चाहिए थी. संजय मांजरेकर का कहना है कि कायरन पोलार्ड मुंबई इंडियंस के लिए काफी कुछ चीज़ें जोड़ते हैं. इसलिए मुझे लगता था कि रोहित शर्मा कप्तानी छोड़ देंगे और सिर्फ अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करेंगे. पोलार्ड के पास सभी खूबी हैं, जो लंबे छक्के लगाते हैं और नाजुक मोड़ पर टीम के लिए गेम भी बदलते हैं.
संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने कहा है कि पिछले तीन-चार सीजन में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का बल्लेबाजी रिकॉर्ड खराब रहा है, उनका औसत भी 30 से नीचे आने लगा है और स्ट्राइक रेट भी वह 150 तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. लेकिन जब वह टीम इंडिया के खेलते हैं, तब उनके नंबर काफी बेहतर होते हैं. अगर रोहित शर्मा पूरी तरह से फ्री होकर खेलते हैं, तब मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को काफी फायदा होगा.
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) भी मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के हालिया फॉर्म को लेकर भी चिंतित हैं. सहवाग ने कहा कि रोहित को उनकी कप्तानी की जिम्मेदारी का असर अपने बल्लेबाजी पर नहीं पड़ने देना चाहिए. सहवाग ने कहा कि, रोहित शर्मा को यह भूलना होगा कि वह एक कप्तान है जब वह बल्लेबाजी करने के लिए बाहर निकलता है और उन्हें पता होना चाहिए कि वह ‘हिटमैन’ है.
वहीँ आईपीएल के इस सीज़न की शुरुआत के पहले भारतीय टीम के सबा करीम (Saba Karim) पूर्व चयनकर्ता ने कहा, "रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के लिए अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कप्तानी का शुरूआती दौर है.उन्हें धीरे-धीरे एहसास होगा कि टीम के लिए उनके रन कितने महत्वपूर्ण हैं. उनका प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में (टी 20 विश्व कप के दौरान) महत्वपूर्ण होगा, जहां मैदान बड़े हैं और सामने वाली टीम के पास हाई क्वालिटी वाले गेंदबाज हैं. ऐसे में रोहित शर्मा को इस क्षेत्र में काम करने की जरूरत है."
दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल कप्तानों में से एक ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith) का मानना है कि सभी फॉर्मेट में भारतीय टीम की अगुआई करने का प्रभाव मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) पर मानसिक तनाव के रूप में दिख रहा है. ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith) ने कहा, भारत की सीमित ओवरों की टीम का कप्तान बनने के बाद यह पहला टूर्नामेंट है, जिसमें वह मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) की कप्तानी कर रहा है. क्या इस मानसिक तनाव का खामियाजा आईपीएल में भुगतना पड़ रहा है. इस बारे में विचार किया जाना चाहिए.स्मिथ ने कहा कि अगर रोहित बल्ले से लय हासिल करते हैं, तो मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के लिए चीजें आसान हो जाएंगी.
पिछले 5 सालों से बल्ले से औसत ही रहा प्रदर्शन
टी-20 क्रिकेट में रोहित (Rohit Sharma) ओपनर के तौर पर एक दिग्गज हैं. लेकिन, मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के लिए क्या वह वाकई में उतने ही उपयोगी हैं, जितने कि टीम इंडिया के लिए? यह एक बड़ी बहस का मुद्दा है.अगर रोहित कप्तान नहीं होते, तो सिर्फ बल्लेबाज़ के तौर पर मुंबई इंडियंस में उनकी जगह बतौर ओपनर शायद नहीं बनती। यह बात सुनने में भले हैरान करने वाली है, लेकिन आंकड़े इसकी गवाही देते हैं.साल 2017 से जिन 19 बल्लेबाज़ों ने 1200 या उससे ज़्यादा गेंदों का सामना किया है, उनमें रोहित का औसत सबसे ख़राब है, 26 के करीब. हर मैच में औसतन इतने ही रन निकले हैं उनके बल्ले से.टी-20 में औसत से ज़्यादा स्ट्राइक रेट अहमियत रखता है. इस मामले में भी रोहित का 127 का स्ट्राइक रेट चौथा सबसे ख़राब है.ये आंकड़े शायद इस बात की गवाही देने के लिए काफी हैं कि सिर्फ बैटर और ओपनर के तौर पर रोहित के खेल में गिरावट आई है.2020 और 2021 में स्ट्राइक रेट रहा केवल 127 के करीब. इस दौरान किसी भी साल उन्होंने बैटिंग औसत के मामले में 30 का आंकड़ा पार नहीं किया.
रोहित शर्मा का बल्लेबाजी रिकॉर्ड (आईपीएल)
2022- 5 मैच, 108 रन, 21.60 औसत
2021- 13 मैच, 381 रन, 29.30 औसत
2020- 12 मैच, 332 रन, 27.66 औसत
2019- 15 मैच, 405 रन, 28.92 औसत
2018- 14 मैच, 286 रन, 23.83 औसत
2017- 17 मैच, 333 रन, 23.78 औसत
बता दें कि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं, उनकी अगुवाई में ही मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने 5 बार खिताब जीता है. रोहित शर्मा बतौर बल्लेबाज पिछले कुछ सीजन में आईपीएल में कोई धमाल नहीं मचा पाए हैं. रोहित 2012 के बाद से टी20 लीग में शतक नहीं लगा सके है. रोहित शर्मा के ओवरऑल आईपीएल के रिकॉर्ड को देखें तो उन्होंने 218 मैच में 30.91 की औसत से 5719 रन बनाए हैं. एक शतक और 40 अर्धशतक लगाया है. वे 502 चौके और 233 छक्के भी लगा चुके हैं. स्ट्राइक रेट 130 का है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी बल्ला ख़ामोश
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने 2022 में तीनों फॉर्मेट मिलाकर 11 मैच खेले हैं. इस दौरान 12 पारियों में 23.66 की औसत से 284 रन बनाए हैं. उनका उच्चतम स्कोर 60 रन रहा है. रोहित ने इस साल सिर्फ एक अर्धशतक लगाया है. उनके बल्ले से शतक नहीं निकला है. रोहित ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की 417 पारियों में कुल 41 शतक लगाए हैं. इसका मतलब है कि करीब हर 11वीं पारी में उन्होंने एक शतक लगाया है.अब रोहित ने पूर्णकालिक कप्तान बनने के बाद से 14 मैच की 15 पारियों में एक भी शतक नहीं लगाया है.यह कहना जल्दबाजी होगी कि कप्तानी का असर रोहित के बल्ले पर दिखने लगा.