82 साल की उम्र में ज्यादातर लोग अपने पोते-पोतियों के साथ खेल में या घर पर कोई किताबें पढ़ते हुए अपना जीवन बिता रहे होते हैं. लेकिन इस उम्र में केरल के एक पूर्व विधायक एमजे जैकब लोगों के लिए मिसाल पेश कर रहे हैं. उन्होंने उम्र के आगे झुकने से इनकार कर दिया है और अपनी एक अलग पहचान दुनिया में बना रहे हैं.
जैकब ने रविवार को फिनलैंड में संपन्न हुई वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप (WMAC) 2022 में भारत के लिए पदक जीते हैं. उन्होंने 80 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में दो कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है. हालांकि, पिरावोम से सीपीएम के पूर्व विधायक अपने इस प्रदर्शन से ज्यादा खुश नहीं हैं और अगले साल इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीतना चाहते हैं.
साल 2006 से ले रहे हैं एथलेटिक स्पर्धाओं में हिस्सा
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक वह देश के लिए दो पदक जीतकर खुश हैं. उनका कहना है कि पहले एक राजनेता के रूप में उन्होंने देश की सेवा की और अब एक खिलाड़ी के रूप में कर रहे हैं. उन्होंने डब्ल्यूएमएसी में दो बाधा दौड़ स्पर्धाओं में 80 से अधिक वर्ग में भाग लिया.
जैकब का कहना है कि बचपन से ही, उन्हें खेलों में दिलचस्पी रही है. साल 2006 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक स्पर्धाओं में भाग लेना शुरू किया और कई पदक जीते.
स्वस्थ जीवन शैली है फिटनेस का राज
2006 से 2011 तक राज्य विधानसभा में पिरावोम का प्रतिनिधित्व करने वाले जैकब ने क्रमशः 1981-82 और 1998-99 में तिरुमराडी पंचायत अध्यक्ष और एर्नाकुलम जिला पंचायत सदस्य के रूप में भी काम किया. अब वह लगातार खेलों में आगे बढ़ रहे हैं.
जैकब ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी स्वस्थ जीवन शैली को दिया. जिसका पालन वह कई सालों से कर रहे हैं. वह हर रोज सुबह 4 बजे उठते हैं और फिर टहलने और दौड़ने जाते हैं. वह अक्सर योग करते हैं. अपने खाने-पीने का खास ख्याल रखते हैं.
पंचायत अध्यक्ष और बाद में विधायक के रूप में काम करते हुए भी उन्होंने कई राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया था.