IPL 2022 KKR VS RR : 9वीं फेल खिलाड़ी ने राजस्थान को सिखा डाला रनों का गणित, कुछा ऐसा है मौका मिलते ही जलवा बिखेरने वाले रिंकू सिंह का सफरनामा

अलीगढ़ के मामूली परिवार से तालुक रखने वाले रिंकू सिंह ने आज साबित कर दिया कि अगर आपके अंदर कुछ कर गुजरने की चाह है तो कोई आपको नहीं रोक सकता है. 9वीं फेल इस खिलाड़ी ने दिखा दिया जुनून आपको किसी भी मुकाम तक पहुंचा सकता है.

रिंकू सिंह ने महज पांच गेंदों में बनाए 42 रन
तनुजा जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 03 मई 2022,
  • अपडेटेड 8:20 AM IST
  • रिंकू सिंह की जबरदस्त पारी से KKR ने जीता मैच
  • 24 साल के इस खिलाड़ी ने पांच गेंदों में बनाए 42 रन

IPL 2022 के 47वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)ने राजस्थान रॉयल्स (RR)को 7 विकेट से हरा दिया. इस मैच के हिरो रहे रिंकू सिंह ने महज पांच गेंदों में 42 रन बनाकर सबका दिल जीत लिया. वह 6 चौके और एक छक्का लगाकर मैच के नायक बनने में कामयाब रहे. इन्हें आईपीएल में कभी खुद को साबित करने का मौका नहीं मिला लेकिन, इस बार जब मौका मिला तो इन्होंने भी कोई कसर नहीं छोड़ी और रज के रनों की बरसात की.

24 साल के रिंकू सिंह का अब तक का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है. वह एक लोअर मिडिल क्लास फैमिली से तालुक रखते थे. घर चलाने के लिए उनके पिता गैस सिलिंडर डिलीवरी का काम करते थे और पांच बच्चों का गुजारा इन्हीं से कमाए गए चंद पैसों से होता था. पिता का हाथ बटाने के लिए रिंकू के भाई ने ऑटो रिक्शा चलाना शुरू किया. पैसों की तंगी के चलते रिंकू के मन में भी कई बार काम करने की इच्छा हुई लेकिन, कम पढ़ा-लिखा होने के कारण उन्हें काम नहीं मिलता था. 

9वीं फेल हैं रिंकू सिंह 

पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो बनोगे खराब... रिंकू सिंह ने इस कहावत को पूरी तरह से गलत साबित किया है. रिंकू केवल 8वीं पास हैं और 9वीं में वह फैल हो गए. इसके बाद वह घर पर पैसों की जरूरत के चलते काम की तलाश में जुट गए लेकिन, कम पढ़ा-लिखा होने के चलते हुए कभी कोई अच्छी नौकरी हाथ नहीं लगी. 

रिंकू को मिली थी झाड़ू मारने की नौकरी 

रिंकू की जिंदगी से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे. परिवार की मदद के लिए जब उन्होंने अपने भाई से नौकरी की बात की तो उनके भाई उन्हें नौकरी की बात कराने कोचिंग सेंटर लेकर गए, जहां उन्हें झाड़ू मारने को कहा गया. 

कैसे हुई खेल की शुरुआत

अगर आपके अंदर कुछ कर गुजरने का जजबा होता है तो आपको कोई नहीं रोक सकता. यहा कहते हुए रिंकू सिंह का चेहरा याद आता है. रिंकू सिंह 2018 से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ बने हुए हैं लेकिन, उन्हें कभी खुद को साबित करने का मौका नहीं मिला था. दरअसल, रिंकू स्कूली दिनों से ही क्रिकेट खेलते थे, जिसके कारण कई बार उनके परिवार वालों से उन्हें कई बाते भी सुननी पड़ी थी. 

आड़े आई आर्थिक चुनौतियां 

रिंकू एक  गैस वैंडर के बेटे थे. एक बड़ा परिवार था और आमदनी कम. ऐसे में कई बार उन्हें आर्थिक परेशानियों के चलते अपने सपनों को दबाना पड़ता था लेकिन, कहीं न कहीं उन्हें खुदपर भरोसा भी था जिससे उन्हें समय-समय पर मोटिवेशन रहा. 

रिंकू सिंह ने अलीगढ़ में मसूद अमीन की कोचिंग से क्रिकेट सीखा और वह आज भी उनके कोच बने हुए हैं. इसके बाद कई बार उन्होंने ट्रायल दिए और 2018 में शाहरुख खान की कोलकाता नाइटराइडर्स ने आईपीएल के लिए 80 लाख रुपए में इन्हें खरीद लिया था और वह अलीगढ़ से निकलकर आईपीएल तक पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी बने. इस बार जब उन्हें मौका मिला तो वह जबरदस्त पारी खेलकर खुद को साबित करने से भी नहीं चूके. 

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