इंडियन प्रीमियर लीग की ऑक्शन (IPL Mega Auction 2025) ने इस बात की गवाही दी है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है. दो दिन चली ऑक्शन में अरबों रुपए खर्च हुए. और दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों ने टकटकी लगाकर इस ऑक्शन का आनंद लिया. अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट मिलने पर खुशी जाहिर की. अपनी पसंदीदा फ्रेंचाइजी को नया रूप मिलते हुए देखा.
आईपीएल की हर साल आने वाली ऑक्शन कई खिलाड़ियों का जीवन भी बदल देती है. ये सब चीजें इस लीग के विशालकाय आकार का प्रमाण हैं. अब आईपीएल के मास्टरमाइंड ललित मोदी ने इस लीग की शुरुआत से जुड़ी एक और अहम बात का खुलासा किया है. मोदी ने बताया है कि उन्होंने शाहरुख खान को लीग में एक टीम खरीदने के लिए कैसे मनाया था.
आईपीएल के लिए क्यों जरूरी थे शाहरुख?
ललित मोदी के प्लान के अनुसार आईपीएल क्रिकेट और एंटरटेनमेंट का संगम होने वाला था. भारत में एंटरटेनमेंट का मतलब है बॉलीवुड. और बॉलीवुड का सबसे बड़ा चेहरा, शाहरुख खान. उस वक्त शिल्पा शेट्टी, प्रीति जिन्टा और जूही चावला जैसे नाम भी आईपीएल टीमों के मालिक बने. अक्षय कुमार और दीपिका पादुकोण जैसे चेहरों को टीमों का ब्रैंड अंबैसेडर बनाया गया. लेकिन शाहरुख की बात और थी.
ललित मोदी कहते हैं कि शाहरुख का आना इसलिए जरूरी था क्योंकि वह महिलाओं और बच्चों को इस लीग की ओर ला सकते थे. मोदी कहते हैं, "शाहरुख मेरे लिए जरूरी थे क्योंकि वह महिलाओं और बच्चों को इस लीग की ओर आकर्षित कर सकते थे. उनमें (खिलाड़ियों में) से कोई भी इतना जरूरी नहीं था. यही खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भी खेल रहे थे. महिलाएं और बच्चे उसे नहीं देखते थे."
कैसे माने थे शाहरुख खान?
ललित मोदी हाल ही में यूट्यूब पर रिलीज हुई राज शमानी की पॉडकास्ट 'फाइंडिंग आउट' के 282वें एपिसोड में खुलासा किया है कि शाहरुख उस समय 'लीग' के एक स्तंभ होने वाले थे. इसलिए उन्हें टीम खरीदने के लिए मनाना जरूरी था. मोदी कहते हैं, "मैंने शाहरुख से कहा, तुम्हें एक क्रिकेट टीम खरीदने की जरूरत है. शाहरुख ने कहा, ललित भाई मैं क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं जानता."
वह कहते हैं, "मुझे याद है उस दिन शाहरुख के पास एक फुटबॉल थी. वह और आर्यन उस वक्त फुटबॉल खेल रहे थे. मैंने कहा था, क्रिकेट पर फोकस करें? इसके जवाब में शाहरुख ने कहा कि मैं क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं जानता. अगर आप कह रहे हैं तो मैं इनवेस्ट करूंगा. लेकिन मुझे रास्ता आपको ही दिखाना होगा. मैंने शाहरुख से कहा, तुम्हें हर जगह मौजूद रहना होगा. शाहरुख ने कहा, मेरी फिल्मों से जुड़ी कमिटमेंट हैं. मैंने कहा, यह तुम्हारी फिल्मों से बड़ा है. शाहरुख उस वक्त हंस दिए."
फिर शाहरुख ने लगाई बोली
ललित मोदी बताते हैं कि शाहरुख ने किसी तरह अपनी हंसी रोकी. हालांकि वह आईपीएल टीम मालिक बनने के लिए तैयार हो गए थे. उस समय आठ टीमों के लिए बोलियां लगनी थीं. टीम मालिक बनने के इच्छुक व्यक्ति को एक लिफाफे में अपनी टीम के लिए बोली की रकम लिखकर बीसीसीआई के हवाले करनी थी.
किस्मत का करना यह हुआ कि मुंबई फ्रेंचाइजी के मालिक बनने की इच्छा रखने वाले शाहरुख केकेआर के मालिक बन गए. मोदी बताते हैं, "मैंने कहा हम ऑक्शन करेंगे. उस समय इसके बारे में कोई नहीं जानता था. शाहरुख का टीम मालिक बनना बेहद जरूरी था. शाहरुख ने कहा कि मुझे कुछ पता तो नहीं है लेकिन मैं बिड करता हूं. मैंने कहा आप करिए."
वह कहते हैं, "शाहरुख की पहली पसंद मुंबई थी. लेकिन वह टीम अंबानी (बड़ी बोली लगाकर) ले गए. शाहरुख ने अलग-अलग टीमों के लिए अलग-अलग बोली लगाई थी. कोलकाता उनकी तीसरी पसंद थी. शाहरुख को दिल्ली भी पसंद थी लेकिन उसे जीएमआर ग्रुप ले गया. मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और यहां तक कि हैदराबाद के लिए भी 100 करोड़ से ज्यादा की बोली लगाई. शाहरुख की अधिकतम बोली 85-87 करोड़ थी. उन्होंने कोलकाता के लिए यह बोली लगाई थी. इसलिए उन्हें कोलकाता मिली."
इस तरह शाहरुख खान कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के मालिक बन गए. और जैसी मोदी को उम्मीद थी, वैसा ही हुआ. शाहरुख आईपीएल के शुरुआती दिनों में इस लीग को लोकप्रिय बनाने में अहम साबित हुए. आईपीएल का पहला मैच 140 रन से जीतने वाली केकेआर तीन बार आईपीएल चैंपियन बन चुकी है. और प्रशंसकों के बीच बेहद लोकप्रिय है.