भारतीय निशानेबाज मनु भाकर (Manu Bhaker) ने ओलंपिक में इतिहास रच दिया है. पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है. ओलंपिक में मेडल जीतने वाली 22 साल की मनु पहली भारतीय निशानेबाज बन गई हैं.
दरअसल, खेल की दुनिया में जीत का जश्न मनाया जाता है और असफलताओं की समीक्षा की जाती है. भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के लिए 2021 का टोक्यो ओलंपिक दिल तोड़ने वाला पल था. क्वालीफिकेशन के दौरान एक खराब पिस्तौल के कारण वह रोने लगीं और उनका ओलंपिक सपना टूट गया. लेकिन अब तीन साल बाद ये सपना पूरा हुआ है. मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में मेडल जीतकर अपनी छाप छोड़ दी है.
झज्जर से रखती हैं ताल्लुक
हरियाणा के झज्जर की 22 साल की खिलाड़ी मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन में शानदार प्रदर्शन किया. 580 के स्कोर के साथ, मनु भाकर ने तीसरा स्थान हासिल किया. वह निशानेबाजी में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी गई हैं. और साथ ही मनु ने शूटिंग में 12 साल का ओलंपिक सूखा भी खत्म किया है.
फाइनल तक का रास्ता था मुश्किल
बता दें, मनु भाकर का फाइनल तक का सफर काफी मुश्किल भरा रहा है. एक घंटे और 15 मिनट के सेशन में मनु का खेल काफी उम्दा रहा. मनु भाकर ने मजबूत शुरुआत करते हुए शुरुआती सीरीज में सात 10 और तीन 9 का स्कोर बनाया. इसके बाद पहली और दूसरी दोनों सीरीज में 97 पॉइंट्स बनाए. पांचवीं सीरीज में 8 अंकों के साथ उन्होंने अपना ध्यान बनाए रखा और फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित की.