क्रिकेट फैंस से अगर दुनिया के सबसे सफल गेंदबाजों की एक सूची बनाने के लिए कहा जाए तो उसमें श्रीलंका के एक ऑफ स्पिनर का नाम जरूर होगा. जी हां हम बात कर रहे हैं स्पिन के जादूगर श्रीलंकाई क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन की.
मुरलीधरन ने करीब दो दशक तक अपनी फिरकी के जादू से दुनिया के हर बल्लेबाज को धूल चटाई है. ये वही मुरलीधरन हैं जिन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी को नया आयाम दिया है. मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में 800 और वनडे में 534 विकेट लिए हैं, खास बात ये है कि मुरलीधरन का ये रिकॉर्ड आज तक कोई दूसरा खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है.
स्कूल कोच ने दिखाया करियर का रास्ता
श्रीलंका के कैंडी में जन्मे मुथैया बचपन में मीडियम पेसर के रूप में गेंदबाजी करते थे, लेकिन उनके स्कूल कोच को लगता था कि वो स्पिन ज्यादा अच्छा कर सकते हैं. यही वजह है कि 14 साल की उम्र में मुथैया ने खुद को एक स्पिनर की तरह तैयार करना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे मुरलीधरन की मेहनत रंग लाई और उन्हें 28 अगस्त 1992 को ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ टेस्ट किक्रेट का हिस्सा बनाया. इस मैच में मुथैया का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा. उस मैच में ही मुरलीधरन ने तीन विकेट लिए थे. लिहाजा वो सेलेक्शन बोर्ड की गुड लिस्ट में आ गए. उन्हें भी आगे खेलने का मौका मिलता रहा, और वो विकेट चटकाते रहे.
जब रुका सा लगने लगा मुरलीधरन का करियर
मुरलीधरन का करियर ठीक-ठाक ही चल रहा था, तभी 1995 में एक ऐसा समय आया जब ये लगने लगा कि अब शायद मुरलीधरन का करियर आगे नहीं बढ़ेगा. यह वही साल था, जब एक मैच के दौरान अंपायर डेरल हेयर ने मेलबर्न के मैदान पर उनकी बोलिंग को नो-बॉल करार देना शुरू कर दिया था, जिस कारण मुरलीधरन तनाव में थे. हालांकि बाद में अर्जुन रणतुंगा की मदद से वह इस कठिन समय से भी बाहर आ गए, और धीरे-धीरे विश्व के टॉप स्पीनर्स में से एक कहलाने लगे.
आज तक कोई नहीं तोड़ सका है मुरलीधरन का रिकॉर्ड
मुरलीधरन ने अपने करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दुनिया में सबसे ज्यादा 800 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया, जो उनके रिटायरमेंट के सालों बाद भी कायम है. वहीं वनडे में वो 534 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. इसके अलावा सबसे ज्यादा 67 बार टेस्ट की एक पारी में 5 या इससे ज्यादा विकेट लेने का कीर्तिमान भी मुथैया के नाम दर्ज है. मुरलीधरन टेस्ट करियर में 22 बार 10 या उससे ज्यादा विकेट भी ले चुके हैं, जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
आईपीएल में भी खेल चुके हैं मुरलीधरन
2010 में मुरलीधरन ने टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया. उसके बाद वो आईपीएल में भी नजर आए. 2008 में वो चेन्नई सुपर किंग्स के साथ थे, इसके बाद वो कोच्चि टस्कर्स केरल और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ भी खेलते दिखे. अंत में सनराइजर्स हैदराबाद टीम के साथ बतौर मेंटर जुड़े.
राजनीति में आने की उड़ी थी हवा
2019 में मुरलीधरन के राजनीति ज्वाइन करने की भी हवा उड़ी थी. उन्हें श्रीलंका के उत्तरी प्रांत का गवर्नर बनाए जाने की चर्चा थी. लेकिन बाद में मुरलीधरन ने इस सभी बातों को फर्जी करार देते हुए था, कि वो एक खिलाड़ी हैं और राजनीति में जाने का उनका कोई इरादा नहीं है. फिलहाल वो अपने परिवार के साथ जीवन बिता रहे हैं.