खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 का ऐलान किया है. खेल पुरस्कारों के विजेताओं को 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में सम्मानित किया जाएगा. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सभी को सम्मानित करेंगी.
खेल मंत्रालय ने कुल 32 एथलीटों की सूची जारी की है जिन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. इनमें 17 पैरा एथलीट शामिल हैं. इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में क्रिकेट के किसी भी खिलाड़ी को शामिल नहीं किया गया है. कोच की श्रेणी में भी क्रिकेट से जुड़े किसी शख्स का नाम शामिल नहीं है.
इन खिलाड़ियों को मिलेगा खेल रत्न पुरस्कार
ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली मनु भाकर को खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा. मनु ने पेरिस ओलिंपिक गेम्स में डबल ओलिंपिक मेडल जीते थे. वह 10 मीटर एयर पिस्टल इंडीविजुअल और मिक्स्ड डबल्स में तीसरे स्थान पर रहीं. उनके दो मेडल के दम पर भारत ने पेरिस ओलिंपिक में कुल 6 मेडल जीते थे.
हाल ही में शतरंज विश्वविजेता का खिताब जीतने वाले डी गुकेश को भी खेल रत्न का पुरस्कार दिया जाएगा. पिछले साल 11 दिसंबर को 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर ने सिंगापुर में वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीता था. उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को फाइनल में हराया था.
हॉकी प्लेयर हरमनप्रीत सिंह को भी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा. हरमनप्रीत की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में ब्रॉन्ज और एशियन गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीता था. पैरा एथलेटिक्स प्रवीण कुमार को भी मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. प्रवीण ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद में एशियाई रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतकर सबको चौंका दिया था.
पैरा-एथलीट खिलाड़ियों को किया शामिल
इसके अलावा, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड दिया जाएगा. जिसमें नवदीप, स्वप्निल और सरबजोत सिंह जैसे कई एथलीट और पैरा एथलीट शामिल हैं. 17 जनवरी को राष्ट्रपति की ओर से खिलाड़ियों का सम्मान किया जाएगा. भारत में खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं.
इसमें खिलाड़ियों, कोच या संगठनों को उनकी उपलब्धियों और भारत में खेलों के विकास में योगदान के लिए छह अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है. इनमें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन शामिल है.
इनके अलावा, ध्यानचंद पुरस्कार के नाम से एक और लाइफ टाइम अवॉर्ड दिया जाता है. यह पुरस्कार खेल के विकास में आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है. इस बार इस कैटेगरी में किसी को भी ये पुरस्कार नहीं दिया गया है. 2004 से छह राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के साथ तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार भी दिया जा रहा है.
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