भारत के गोल्डन बॉय ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है. नीरज चोपड़ा ने अपनी इंजरी के बाद गेम में वापसी कर ली है, और बेहतरीन कमबैक दिया है. नीरज ने शुक्रवार को ऐतिहासिक लुसाने डायमंड लीग खिताब जीता है. गौरतलब है कि नीरज को पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप के दौरान कमर में चोट लग गई थी, जिस कारण वो कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाए थे.
नीरज ने दिया बेहतरीन कमबैक
लेकिन अब उन्होंने बेहतरीन कमबैक देते हुए पहले ट्राई में जैवलिन को 89.08 मीटर तक फेंका. जिसे छूना दूसरे खिलाड़ियों के लिए मुमकिन नहीं था. इसके बाद नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 85.18 मीटर थ्रो किया, वहीं तीसरा प्रयास उन्होंने स्किप कर दिया. फिर उनका चौथा प्रयास फाउल हो गया, और पांचवें प्रयास से उन्होंने दूर रहने का फैसला किया.
डायमंड लीग फाइनल्स में जगह बनाने वाले पहले भारतीय
वहीं नीरज के सर्वश्रेष्ठ थ्रो की बात की जाए तो वह 89.94 मीटर है, जो उन्होंने स्टॉकहोम डायमंड लीग में बनाया था. हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव का रहने वाले नीरज डायमंड लीग का ताज जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. साथ ही वो डायमंड लीग में जगह बनाने वाले भी पहले भारतीय हैं. उनसे पहले चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा डायमंड लीग मीट के शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय थे.
कॉमनवेल्थ में हिस्सा नहीं ले पाए थे नीरज
नीरज ने पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप में 88.13 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता था. उस दौरान नीरज को ग्रोइन इंजरी हो गई थी. उसके बाद नीरज की मेडिकल टीम ने उन्हें पांच हफ्ते आराम करने के लिए कहा था. जिस कारण वो बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी हिस्सा नहीं ले पाए थे. अपनी इंजरी से उभरने के लिए नीरज जर्मनी में रिहैबिलिटेशन के दौर से गुजरे. चोट के बाद नीरज बिलकुल भी कमजोर नहीं पड़े, और अपने पुराने फॉर्म में वापसी की.