साल 2024 में वनडे क्रिकेट से दूर रहना भारतीय टीम के लिए एक से ज्यादा मायनों में बुरा साबित हुआ है. न सिर्फ भारतीय टीम को कुछ समय में होने वाली चैंपियन्स ट्रॉफी 2025 के लिए कम मैच-प्रैक्टिस मिली है, बल्कि आईसीसी की 'वनडे टीम ऑफ द ईयर' (ICC ODI Team of The Year) में भी किसी भी भारतीय का नाम शामिल नहीं है. आइए जानते हैं कैसी दिखती है टीम और भारतीय क्यों नहीं बना पाए इसमें जगह.
आईसीसी की टीम में कौन-कौन?
आईसीसी की ओर से शुक्रवार को जारी की गई वनडे टीम ऑफ द ईयर 2024 में श्रीलंका छाया रहा. इस देश के चार खिलाड़ियों ने इस टीम में जगह बनाई. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के तीन-तीन खिलाड़ियों ने जबकि वेस्ट इंडीज के एक खिलाड़ी ने इस टीम में जगह बनाई. श्रीलंका के कप्तान चरित असलंका को आईसीसी की टीम ऑफ द ईयर का कप्तान चुना गया. जबकि उन्हीं की टीम के कुसल मेंडिस इस टीम के विकेटकीपर हैं.
पाकिस्तान के सैम अय्यूब और अफगानिस्तान के रहमानुल्लाह गुरबाज़ इस टीम के सलामी बल्लेबाज़ हैं. पथुम निसंका, मेंडिस, शरफेन रदरफोर्ड और अज़मतुल्लाह उमरज़ई इस टीम के मिडल ऑर्डर का हिस्सा हैं. वानिंदू हसरंगा और अल्लाह मोहम्मद ग़ज़नफ़र इस टीम के लेग-स्पिनर हैं. शाहीन शाह अफरीदा और हारिस रऊफ टीम की पेस बैट्री का हिस्सा हैं.
भारत क्यों नहीं बना सका टीम में जगह?
भारत ने 2024 में सिर्फ तीन वनडे मैच खेले. तीनों मैच श्रीलंका के खिलाफ खेले गए. दो में भारत को हार मिली जबकि तीसरा मैच टाई रहा. विराट कोहली ने इन तीन मैचों में 19.33 की औसत से 58 रन बनाए. रोहित शर्मा ने इन तीन मैचों में 157 रन जोड़े.
इसके बरक्स, श्रीलंका ने पिछले साल कुल 18 वनडे मैच केले और उनमें से 12 में जीत दर्ज की. कप्तान असलंका ने 16 मुकाबलों में अपनी टीम की नुमाइंदगी की. इस दौरान उन्होंने 50.2 की औसत से 605 रन बनाए. उनके इन आंकड़ों में एक सेंचुरी और चार पचासे भी शामिल रहे.
पाकिस्तान ने अपने नौ वनडे मुकाबलों में से सात में जीत हासिल की. जबकि अफ़गानिस्तान ने अपने 14 वनडे मैचों में से आठ में जीत हासिल की. वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज रदरफोर्ड इस टीम के एकमात्र गैर-एशियाई खिलाड़ी थे. उन्होंने बीते साल नौ मैचों में 106.2 की हैरतंगेज़ औसत से 425 रन बनाए.
आईसीसी पुरुष वनडे टीम ऑफ द ईयर 2024:
चरिच असलंका (कप्तान) (श्रीलंका), साइम अय्यूब (पाकिस्तान), रहमानुल्लाह गुरबाज़ (अफगानिस्तान), पथुम निसंका (श्रीलंका), कुसल मेंडिस (विकेटकीपर) (श्रीलंका), शेरफेन रदरफोर्ड (वेस्टइंडीज), अजमतुल्लाह उमरजई (अफगानिस्तान), वानिंदु हसरंगा (श्रीलंका), शाहीन शाह अफरीदी (पाकिस्तान), हारिस रऊफ (पाकिस्तान), अल्लाह मोहम्मद ग़ज़नफ़र (अफगानिस्तान).