बॉल पर थूक लगाना बंद, वाइड को लेकर भी हुए बदलाव, जानिए क्रिकेट के क्या हैं नए नियम

अगर बॉल पिच से बाहर लैंड करती है, अब अगर कोई बल्लेबाज शॉट खेलेगा तो उसका या बल्ले का कुछ हिस्सा पिच पर रहना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं होता है, तब अंपायर के पास इसे डेड बॉल घोषित करने का अधिकार होगा.

no spitting on ball
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 2:36 PM IST
  • मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों में संशोधन का ऐलान किया
  • अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंद पर थूक के इस्तेमाल को गेंद से छेड़छाड़ माना जाएगा

मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने  इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों में संशोधन का ऐलान किया है. नये नियमों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंद पर थूक के इस्तेमाल को अब गेंद से छेड़छाड़ माना जाएगा, जबकि मांकडिंग को ऑफिशियल रन आउट माना जाएगा. नए नियम 1 अक्टूबर 2022 तक लागू किए जाएंगे. बता दें कि  क्रिकेट बॉल पर सलाइवा के इस्तेमाल को लेकर बने नियम के मुताबिक अब बॉल पर थूक लगाना हमेशा के लिए बैन हो गया है साथ ही कैच को लेकर भी नियम बदले हैं. कैच को लेकर बदले गए नियम के मुताबिक कैच के दौरान एंड चेंज कर लेते हैं तो पुराना बल्लेबाज भी बैटिंग कर सकता था. 

इसके अलावा अगर मैदान पर कोई व्यक्ति या जानवर एंट्री कर लेता है, तो उसको डेड बॉल ही घोषित कर दिया जाएगा. ऐसा तब किया जाएगा, जब इन चीज़ों का खेल पर किसी तरह का असर पड़ रहा हो. पहले ऐसा होने पर खेल होता रहता था या फिर उसे कुछ देर के लिए रोक दिया जाता था. 

नये नियमों के मुताबिक अगर फील्डिंग टीम का कोई फील्डर खेल के दौरान तय फील्डिंग से अलग जगह जाता है और खेल में रुकावट पैदा करता है तो पहले उसे डेड बॉल घोषित कर दी जाती थी, लेकिन अब फील्डिंग टीम को ऐसा करना भारी पड़ेगा, क्योंकि ऐसा करने पर 5 रनों की पेनाल्टी लगाई जाएगी. 

दरअसल कोरोना काल की वजह से बॉल पर सलाइवा लगाना बंद कर दिया था. लेकिन अब इस नियम की परमानेंट तौर पर एंट्री हो गयी है.

अगर बॉल पिच से बाहर लैंड करती है, अब अगर कोई बल्लेबाज शॉट खेलेगा तो उसका या बल्ले का कुछ हिस्सा पिच पर रहना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं होता है, तब अंपायर के पास इसे डेड बॉल घोषित करेगा. इसके अलावा अगर कोई भी बॉल बल्लेबाज को पिच से बाहर निकलने के लिए मजबूर करती है, तो वह भी नो बॉल होगी.

 

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