Paris Olympics 2024: कौन हैं Sarbjot Singh, बचपन का शौक बना जुनून, 13 साल की उम्र में शुरू की शूटिंग और अब ओलंपिक में Manu Bhaker के साथ जीता मेडल 

Sarbjot Singh Paris Olympics 2024 Profile: सरबजोत सिंह का जन्म 30 सितंबर 2001 को हरियाणा स्थित अंबाला के धीन गांव में हुआ था. उनके पिता जितेंद्र सिंह किसान और मां हरदीप कौर गृहिणी हैं. बचपन से ही सरबजोत को निशानेबाजी का शौक रहा है.

Manu Bhaker and Sarabjot Singh (Photo: PTI)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 30 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 6:26 PM IST
  • अंबाला के धीन गांव के रहने वाले हैं सरबजोत सिंह
  • पिता किसान और मां हैं गृहिणी

हरियाणा के एक छोटे से गांव के रहने वाले सरबजोत सिंह (Sarbjot Singh) ने पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में इतिहास रच दिया है. उन्होंने 30 जुलाई को 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल (कांस्य पदक) जीत देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर दिया.

मैच में सरबजोत सिंह और मनु भाकर (Manu Bhaker) की जोड़ी ने ओह ये जिन और ली वोन हू की कोरियाई जोड़ी को 16-10 से हराया. मनु का पेरिस ओलंपिक में जहां यह दूसरा पदक है तो वहीं सरबजोत का यह पहला ओलंपिक मेडल है. 

कौन हैं सरबजोत सिंह
सरबजोत सिंह का जन्म 30 सितंबर 2001 को हरियाणा स्थित अंबाला के धीन गांव में हुआ था. उनके पिता जितेंद्र सिंह किसान और मां हरदीप कौर गृहिणी हैं. बचपन से ही सरबजोत को निशानेबाजी का शौक था. वह दोस्तों संग खेल-खेल में निशाना लगाया करता थे. फिर यह शौक उनका जुनून बन गया है.

सरबजोत ने पेशेवर स्तर पर शूटिंग में करियर बनाने का फैसला किया. हालांकि उनका यह सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने 13 साल की उम्र में शूटिंग स्टार्ट कर दी थी. वह अंबाला स्थित एआर अकादमी ऑफ शूटिंग स्पोर्ट्स ट्रेनिंग करने लगे. सरबजोत सिंह के निजी कोच अभिषेक राणा है जबकि उन्होंने नेशनल लेवल पर समरेश जंग से कोचिंग ली है.

चडीगढ़ से की है पढ़ाई
सरबजोत सिंह ने चंडीगढ़ के सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद पंजाब विश्वविद्यालय से आर्ट्स में स्नातक की डिग्री हासिल की है. सरबजोत अंग्रेजी, हिंदी और पंजाबी भाषा जानते हैं. सरबजोत सिंह के माता-पिता ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया और उनकी निशानेबाजी के सफर में हर संभव मदद की.

सरबजोत का सफर हर उस भारतीय युवा के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो अपने सपनों को साकार करना चाहता है. 22 वर्षीय सरबजोत सिंह अभी अविवाहित हैं. उनका लक्ष्य ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है. 

सरबजोत सिंह का करियर
आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप 2019 में सरबजोत सिंह गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. सरबजोत सिंह साल 2022 में चीन में आयोजित एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. वह एशियाई खेलों में दिव्या टीएस के साथ मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक पर निशाना लगा चुके हैं.

सरबजोत सिंह ने कोरिया के चांगवोन में आयोजित एशियाई शूटिंग चैम्पियनशिप 2023 में दो मेडल जीते थे. उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम में सिल्वर और मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता था. इस कांस्य पदक के चलते वह पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए एक कोटा हासिल करने में सफल रहे थे.

गोल्ड मेडल किया था हासिल
साल 2023 में हुए हांगझोऊ एशियन गेम्स में सरबजोत ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम इवेंट में गोल्ड हासिल किया था. 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था. सरबजोत भोपाल में हुए 2023 विश्व कप के दौरान मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीतने में भी कामयाब रहे थे.

सरबजोत सिंह जकार्ता में साल 2018 आयोजित एशियन गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था. दोहा में साल 2019 में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक हासिल किया था. दोहा में ही एशियन चैंपियनशिप 2021 में 10 मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक जीता था. वर्तमान में सरबोज सिंह की विश्व रैंकिंग 10m एयर पिस्टल इवेंट में पांचवीं है.

 

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