Rahul Tripathi: कभी स्केल को बैट बनाकर क्रिकेट खेलने वाले राहुल त्रिपाठी, कैसे बने क्रिकेटर...बड़ी दिलचस्प है इनकी कहानी

झारखंड के रांची में जन्में राहुल त्रिपाठी मुख्य रूप से दाएं हाथ के मध्य क्रम के बल्लेबाज हैं. राहुल का जन्म दो मार्च 1991 को हुआ था. उनके पिता अजय त्रिपाठी भारतीय सेना में कर्नल की पोस्ट पर हैं. वे खुद भी एक क्रिकेटर रह चुके हैं. राहुल इस आईपीएल सीजन में हैदराबाद की टीम के लिए खेल रहे हैं

Rahul Tripathi (Photo: BCCI/IPL)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 3:27 PM IST
  • मिला था बेस्ट क्रिकेटर का अवॉर्ड
  • बचपन से थी क्रिकेट में दिलचस्पी

IPL में हैदराबाद की टीम के लिए खेलने वाला एक ऐसा बल्लेबाज जो कभी इंजीनियर बनना चाहता था, लेकिन क्रिकेटर बन गया. राहुल त्रिपाठी ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे. एक समय ऐसा भी आया जब वो पूरी तरह से टूट चुके थे. राहुल पांच सालों तक स्टेडियम नहीं गए, लेकिन वो कभी निराश नहीं हुए. अपनी काबलियत के दम पर उन्होंने आईपीएल में जगह बनाई. राहुल टॉप ऑर्डर के बेहतरीन बल्लेबाज माने जाते हैं. शुरुआती ओवरों में वो काफी तेजी से रन बनाने में सक्षम हैं. एक नजर उनके अब तक के क्रिकेट सफर पर...

बचपन से थी क्रिकेट में दिलचस्पी
झारखंड के रांची में जन्में राहुल त्रिपाठी मुख्य रूप से दाएं हाथ के मध्य क्रम के बल्लेबाज हैं. राहुल का जन्म दो मार्च 1991 को हुआ था. उनके पिता अजय त्रिपाठी भारतीय सेना में कर्नल की पोस्ट पर हैं. वे खुद भी एक क्रिकेटर रह चुके हैं. राहुल इस आईपीएल सीजन में हैदराबाद की टीम के लिए खेल रहे हैं. हैदराबाद ने 8.5 करोड़ की बोली लगाकर उन्हें खरीदा है. पिछले सीजन में राहुल केकेआर के लिए खेले थे. राहुल को बचपन से ही क्रिकेट में दिलचस्पी थी. नौ साल की उम्र में वे प्लास्टिक के बैट से क्रिकेट खेलते थे. राहुल के पिता ने एक बार मीडिया में बताया था कि राहुल अक्सर पेंसिल को विकेट, स्केल को बैट और रबड़ को बॉल बनाकर खेला करते थे. उन्हें किसी भी खिलौने में दिलचस्पी नहीं थी.

क्रिकेट खेलने के साथ राहुल पढ़ाई में भी बहुत अच्छे थे. वे हमेशा अपनी क्लास में टॉप 5 में रहते. राहुल की पढ़ाई आर्मी स्कूल से हुई है. उनकी मैथ्स बहुत अच्छी थी और वो आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनकी बढ़ती रूचि ने उन्हें क्रिकेटर बना दिया. राहुल की मां सरोज त्रिपाठी हमेशा उन्हें सपोर्ट करती थीं. 

मिला था बेस्ट क्रिकेटर का अवॉर्ड
पुणे शिफ्ट होने के बाद उनकी प्रोफेशलन ट्रेनिंग शुरू हुई. उनके पिता ने पुराने क्रिकेट क्लब डेक्क्ल जिमखाना में उनका एडमिशन करा दिया. उन्होंने साल 2012-13 रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के खिलाफ अपना पहला डेब्यू मैच खेला. साल 2014 में सीके नायडू कप के दौरान राहुल ने चार शतक लगाए. उनकी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत महाराष्ट्र की टीम फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई. बीसीसीआई ने ‘बेस्ट क्रिकेटर ऑफ इंडिया’के खिताब से नवाजा था.

पांच साल बाद आईपीएल में मिला मौका
राहुल एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ-साथ एक अच्छे गेंदबाज भी हैं. क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद जब उन्हें आईपीएल में नजरअंदाज किया गया तो वो काफी निराश हो गए. उन्होंने तय किया कि जब तक वे आईपीएल में सिलेक्ट नहीं हो जाते तब तक मैच देखने स्टेडियम नहीं जाएंगे. वे साल 2017 में पूरे पांच साल बाद आईपीएल का हिस्सा बनने के बाद आईपीएल मैच खेलने स्टेडियम पहुंचे थे. राहुल के प्रदर्शन को देखते हुए राइजिंग पुणे सुपर जॉइंट्स ने उनके बेस प्राइस 10 लाख रुपये में खरीदा. राहुल ने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ डेब्यू किया जिसमें वह 5 गेंद पर केवल 10 रन बना सके. अगला मैच गुजरात लायंस के खिलाफ खेला. जिसमें 17 गेंद पर 33 रन बनाए. इसी सीजन में राहुल त्रिपाठी ने कोलकाता नाइटराइर्स के खिलाफ 93 रनों की शानदार पारी खेली थी.

राहुल त्रिपाठी ने अब तक आईपीएल में 64 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1429 रन बनाए. 2021 सीजन में उन्होंने 17 मैच खेलकर 397 रन बनाए थे. इस दौरान उनका औसत 28.35 और स्ट्राईक रेट 140.28 का रहा था. आईपीएल 2021 के बाद 2022 में भी राहुल से ऐसे ही शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है.
 

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