दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. क्या ऋषभ पंत कप्तानी के साइड इफेक्ट्स के शिकार बन रहे हैं ? यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि पिछले 13 मैचों में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. वह इस पूरे सीजन में एक भी फिफ्टी नहीं लगा सके हैं. यह हैरानी की बात इसलिए है क्योंकि पंत का नाम अच्छे खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार होता रहा है.
दरअसल, इस बार दिल्ली कैपिटल्स को ऋषभ पंत से कई उम्मीदें थी लेकिन, अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है. यह केवल आईपीएल के लिए ही नहीं बल्कि टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी जरूरी है. टीम इंडिया को उनसे टी-20 वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन की आस है और ऐसे में वह आईपीएल में अच्छा नहीं खेल पा रहे हैं, जिसका असर वर्ल्ड कप में नजर आ सकता है.
जिम्मेदार होने की उम्मीद
ऋषभ पंत को जब से कप्तानी मिली है उनसे उम्मीदें भी बढ़ गई हैं. उनके खराब प्रदर्शन का एक कारण ज्यादा दबाव लेना भी हो सकता है. अक्सर जब खिलाड़ी दबाव में खेलता है तो कई दिक्कतें होने लगती है.
फर्क सझना जरूरी
ऋषभ पंत को कप्तान होने और केवल खिलाड़ी होने का फर्क समझना बहुत जरूरी है. प्लेयर के तौर पर आप कई बार केवल अपने प्रदर्शन के बारे में सोचते हैं लेकिन, कप्तान बनने के बाद आपको टीम को साथ लेकर चलते की जरूरत होती है.
इसके अलावा उन्हें अंपायर के फैसेल पर लगाताप सवाल खड़े करते हुए देखा जा रहा है, जिसकी वजह से उनका दिमाग खेल में कम लग पा रहा है. बतौर कप्तान उन्हें परिस्थिति के हिसाब से खेलना सीखना होगा. वहीं, दिल्ली की टीम को अब तक आईपीएल में जीत हासिल नहीं हुई है, ऐसे में पंत का आक्रामक होकर खेलना जरूरी है.
दिल्ली कैपिटल्स की स्थिति
दिल्ली कैपिटल्स ने आईपीएल (IPL) के 64वें मुकाबले में पंजाब किंग्स को 17 रन से हराकर मौजूदा सीजन में अपनी सातवीं जीत दर्ज की. इस जीत से टीम की 13 मैचों में 14 अंक हो गए हैं और वह 10 टीमों की अंक तालिका में चौथे नंबर पर पहुंच गई है.
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