टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज रोहित शर्मा आज लंबे-लंबे छक्के मारने को लेकर जाने जाते हैं. वह अपने दम पर एक नहीं कई मैचों में भारत को जीत दिला चुके हैं. वह जब क्रीज पर अपने लय में होते हैं तो किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं रोहित कभी गेंदबाज बनना चाहते थे. आइए जानते हैं फिर कैसे बन गए दुनिया के महान बल्लेबाज.
कोच ने दी थी बल्लेबाजी करने की सलाह
रोहित शर्मा शुरू में गेंदबाज बनना चाहते थे. वह ऑफ स्पिनर बनना चाहते थे. लेकिन उनके कोच दिनेश लाड ने उनकी बल्लेबाजी की प्रतिभा को जान लिया था. उन्होंने रोहित को बल्लेबाजी पर ध्यान देने की सलाह दी. इसके बाद रोहित ने बल्लेबाजी करते हुए कई रिकॉर्ड बना डाले.
टेस्ट करियर की शुरुआत
रोहित शर्मा आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म 30 अप्रैल 1987 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ था. रोहित शर्मा टीम इंडिया के कप्तान के साथ आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कमान संभालते हैं. उनके नेतृत्व में मुंबई इंडियंस पांच बार आईपीएल का खिताब जीत चुकी है. रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज के खिलाफ 2013 में की थी. कोलकत्ता का ईडन गार्डन्स मैदान पर खेले गए इस मैच में रोहित ने 177 रन बनाए थे. उन्होंने 108 वनडे मैचों के बाद टेस्ट मैच खेला था.
दुनिया के सबसे शानदार बल्लेबाजों में शुमार
रोहित शर्मा दुनिया के सबसे शानदार बल्लेबाजों में शुमार हैं. खास तौर पर सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनका कोई भी जवाब नहीं. वह इकलौते खिलाड़ी हैं जिनके नाम वनडे इंटरनेशनल में एक-दो नहीं बल्कि तीन-तीन डबल सेंचुरी है. मैदान पर रोहित की एलिगेंस और स्ट्रोक-प्ले कमाल का है. उनके नाम वनडे इंटरनेशनल में सबसे बड़े निजी स्कोर 264 का रिकॉर्ड दर्ज है. जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2014 में बनाया था.
वनडे क्रिकेट में ओपनिंग से चमकी किस्मत
23 जनवरी 2013 के दिन से रोहित शर्मा का करियर सही मायनों में पटरी पर आया. इस दिन से वनडे क्रिकेट में ओपनिंग की शुरुआत की. वैसे तो रोहित ने 2009 में कुछ टी-20 और 2011 में कुछ वनडे मैचों में ओपनिंग की थी लेकिन तकदीर इंग्लैंड के खिलाफ इस दिन वनडे मैच में 83 रनों की पारी से बदली. इसके बाद तो रोहित और धवन ने चैंपियंस ट्रॉफी में गदर काटा और पक्की जोड़ी बन गए. इसके बाद से रोहित टीम इंडिया की ओर से ओपनिंग करते आ रहे हैं. 20 फरवरी 2022 को वनडे और टी-20 में टीम का कप्तान नियुक्त किए जाने के बाद 20 फरवरी को रोहित को टेस्ट में भी कमान मिली और इस तरह वह तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के कप्तान बने. फिर 4 मार्च को मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने पहली बार टेस्ट में कप्तानी की.
एक विश्वकप में सबसे ज्यादा शतक बनाने का रिकॉर्ड
किसी भी एक विश्वकप में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड रोहित के नाम दर्ज है. रोहित ने 2019 में पांच शतक लगाए थे. उन्होंने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 122 रन बनाए थे. पाकिस्तान के विरुद्ध 140 रन, इंग्लैंड के खिलाफ 102 रन, बांग्लादेश के खिलाफ 104 रन और श्रीलंका के खिलाफ 103 रन बनाए थे. रोहित शर्मा के नाम इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट मैच में तीन दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड है. एक साल में सबसे ज्यादा सिक्स लगाने में रोहित सबसे आगे हैं. उन्होंने 2019 में कुल 77 छक्के मारे थे.
इंटरनेशनल करियर
1. टेस्ट : 49 मैचों में 3379 रन बनाए हैं. सर्वश्रेष्ठ 212 है. शतक नौ और अर्धशतक 14 बनाए हैं.
2. वनडे : 243 मैचों में कुल 9825 रन बनाए हैं. इसमें 30 शतक और 48 अर्धशतक शामिल है. सर्वश्रेष्ठ 264 रन है.
3. टी-20 : रोहित ने 148 मैचों में कुल 3853 रन बनाए हैं. इसमें चार शतक और 29 अर्धशतक शामिल है. सर्वश्रेष्ठ 118 रन है.