आज हम आपको बता रहे हैं हरियाणा के एक ऐसे शख्स की कहानी जो फ्री में कोचिंग देकर इंटरनेशनल और नेशनल लेवल के लिए खिलाड़ी तैयार कर रहा है. ये खिलाड़ी देश में ही नहीं विदेशों में मेडल जीत कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं रेहतक के गोहाना के रहने वाले सोमबीर कोच की, जो 2009 से बिना कोई फीस लिए एथलीट तैयार कर रहे है.
सोमबीर ने 2009 में चेन्नई में आल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर रिले में गोल्ड मेडल जीता था. मगर घुटनों में इंजरी होने के कारण उनका खिलाड़ी बनने का सपना अधूरा रह गया. इसके बाद उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए अन्य बच्चों को ट्रेनिंग देने की सोची. धीरे धीरे कुछ बच्चे उनके पास आने लगे. उस समय गोहाना में छोटा सा खेल स्टेडियम था जिसमें दो मीटर का ही ट्रैक था. दूसरे खिलाड़ी भी वहां अभ्यास करने के लिए आते थे.
दूसरे राज्यों से भी आते हैं खिलाड़ी
सोमबीर ने सुबह-शाम बच्चों को ट्रेनिंग देनी शुरू की. उसके लिए उनसे कोई पैसा फीस के रूप में नहीं लिया. देखते ही देखते जब इनके तैयार बच्चे नेशनल और इंटरनेशनल खेलों में भाग लेने लगे और मेडल जीतने लगे तो दूर-दूर तक इनकी कोचिंग के बारे में खबर फैलने लगी. उनके पास हरियाणा ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी एथलीट आकर कोचिंग कर रहे हैं.
सोमबीर कोच सैंकड़ो बच्चों को खिलाड़ी बना चुके हैं. उनका कहना है कि उनकी फीस वो मेडल हैं जो ये एथलीट जीतकर लाते हैं. सोमबीर कोच वर्तमान करीब 110 लड़के-लड़कियों को कोचिंग दे रहे हैं. इनमें हरियाणा के दूसरे जिलों सहित करीब आठ राज्यों के खिलाड़ी कोचिंग के रहे हैं.
करते हैं खेती और पशुपालन
सोमबीर कोच ने बताया कि वह पेशे से किसान हैं. खेती के साथ-साथ पशु भी रखते हैं और दूध का काम करके अपना घर चला रहे हैं. स्पोर्ट्स उनका पैशन था लेकिन चोट की वजह से आगे नहीं बढ़ पाए. सोमबीर कोच ने कहा उन्हें आज बहुत खुशी होती है जब कोई उनके पास कोचिंग लिया हुआ खिलाड़ी मेडल जीत कर लाता है. उनके कई छात्र नेशनल ओर इंटरनेशनल में मेडल जीतकर लाए है.
(सुरेंद्र सिंह की रिपोर्ट)