Sania Mirza US Open 2022: भारतीय स्टार टेनिस महिला प्लेयर सानिया मिर्जा ने अपने फैन्स को एक बड़ा झटका दिया है. सानिया मिर्जा ने सोशल मीडिया पर साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट यूएस ओपन से अपना नाम वापस लेने का ऐलान कर दिया, इसकी वजह सानिया ने अपनी टेंडन की चोट बताई.
35 साल की सानिया ने इसी साल की शुरुआत में रिटायरमेंट का ऐलान किया था. सानिया ने कहा था कि साल 2022 उनके करियर का आखिरी साल रहेगा.साल के आखिर में वह टेनिस को अलविदा कह देंगी.
सानिया बदलेंगी अपने संन्यास का फैसला
लेकिन टूर्नामेंट यूएस ओपन में ना खेलने वाले बयान के साथ सानिया ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा है कि वह अब अपने संन्यास के फैसले को बदल सकती हैं. हो सकता है सानिया इस साल संन्यास ना लें. बता दें कि इस साल यूएस ओपन 29 अगस्त से 11 सितंबर तक खेला जाएगा.
सानिया ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में कही ये बातें
इंडियन चैम्पियन सानिया मिर्जा ने इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर करते हुए लिखा, ' दो हफ्ते पहले कनाडा में खेलते हुए मेरी टेंडन में चोट लग गई थी. तब यह पता नहीं था कि यह चोट इतनी खतरनाक होगी. कल हुए स्कैन में ये पता लगा कि ये चोट बेहद ही खतरनाक है मैं कुछ हफ्तों के लिए बाहर रहूंगी और यूएस ओपन में नहीं खेल रही हूं. मेरे रिटायरमेंट का प्लान बदल सकता है, लेकिन मैं आप सभी के लिए पोस्ट करती रहूंगी.'
टेंडन (कँडरा) टूटना यानी आपके पैर की एड़ी की हड्डी की मांसपेशियों का फटना है. टेंडन पूरा या आंशिक रूप से टूट या फट सकता है. यह आमतौर पर तब होता है जब आप अपने पैर या टखने पर बहुत ज्यादा जोर लगाते हैं.
टेंडन (कँडरा) टूटने के लक्षण
अगर आपको लगता है कि आपका अकिलिस टेंडन फट या टूट गया है, तो आप तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलना चाहिए. जितनी जल्दी इलाज होता है रिकवरी उतनी अच्छी होती है.
अकिलिस टेंडन टूटना के क्या कारण होते हैं?
कुछ लोगों में अकिलिस टेंडन फटने की वजहों का पता नहीं चल पाता है.हालांकि, यह तब होता है जब आप टेंडन पर बहुत ज्यादा प्रेशर डालते हैं.
टेंडन टूटने के कारण
ऊंचाई से गिरना
ठोकर या गड्ढे में गिरना
दौड़ना, कूदना या खेल जिसमें आपको अपने पैर से धक्का देना पड़ता है
कभी-कभी, आपका टेंडन अपने आप ही फट सकता है.
अकिलिस टेंडन फटने से होने वाला खतरा
इलाज
एमआरआई स्कैन (an MRI scan )
अल्ट्रासाउंड (ultrasound)
डॉक्टर को अगर लगता है कि आपकी हड्डी टूट गई है तो आपको टखने या पैर के एक्स-रे कराने की जरूरत होती है.