टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने शनिवार को ‘आउटरीच कार्यक्रम’ लॉन्च किया जो भारत के शीर्ष खिलाड़ियों को स्कूल के बच्चों से जोड़ता है. इस मौके पर नीरज ने 75 स्कूलों के छात्रों से मुलाकात की. अहमदाबाद के संस्कारधाम स्कूल में आयोजित इस मुलाकात के दौरान उन्होंने संतुलित आहार, फिटनेस और खेलों पर बातचीत की.
नीरज ने छात्रों के साथ कई खेल भी खेले और उन्हें भाला फेंकने के लिये गुर भी दिये. उन्होंने बच्चों के मजेदार सवालों का जवाब भी दिया. जब बच्चों ने उनसे पसंदीदा भोजन के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वह कैसे सब्जियों की बिरयानी बनाना पसंद करते थे और इसे चटपटा नहीं बनाकर दही के साथ खाते थे. नीरज चोपड़ा ने कहा,‘‘यह स्वास्थ्य के लिये पूर्ण भोजन होता है जिसमें सभी मिनरल होते हैं क्योंकि इसमें सही मात्रा में सब्जियां और कार्बोहाइट्रेट होता है." नीरज ने साथ ही कहा कि खाना बनाने से लंबे ट्रेनिंग सत्र के बाद दिमाग की थकान मिटाने में भी मदद मिलती है.
क्या है आउटरीच कार्यक्रम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुरू किये ‘आउटरीच’ कार्यक्रम में सभी ओलंपियन और पैरालंपियन दो साल में 75 स्कूलों के छात्रों के साथ बातचीत करेंगे और युवाओं को संतुलित आहार और फिटनेस गतिविधियों में शामिल होने के लिये प्रेरित करेंगे. इस कार्यक्रम के दौरान नीरज चोपड़ा ने सही खाने, सही फिटनेस प्रैक्टिस के अलावा जीवन के कुछ महत्वपूर्ण सबक के बारे में भी बात की. तरूणदीप रॉय (तीरंदाज), सार्थक भांबरी (एथलेटिक्स), सुशीला देवी (जूडो), केसी गणपति और वरूण ठक्कर (सेलिंग) आगामी दो महीनों में देश के अन्य हिस्सों के स्कूलों का दौरा करेंगे. पैरालिंपियनों में अवनि लेखारा (पैरा निशानेबाजी), भावना पटेल (पैरा टेबल टेनिस) और देवेंद्र झाझरिया (पैरा एथलेटिक्स) पहल का नेतृत्व करेंगी.