सभी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले (Anil Kumble) के बीच विवाद के बारे सुना ही है. कुछ साल पहले दोनों के बीच कुछ विवाद हुआ था जिसके बाद दिग्गज स्पिनर ने अपना पद छोड़ दिया था. अब पूर्व कम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (CAG) विनोद राय जिन्हें 5 साल पहले आईपीएल करप्शन कंट्रोवर्सी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इंडियन क्रिकेट टीम को देखने के लिए कहा था. अब उन्होंने अपनी किताब में विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच पैदा हुए विवाद को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि विराट कोहली ने कहा था कि अनिल कुंबले से युवा खिलाड़ी डरते थे.
अपनी किताब में किया है खुलासा
आपको बता दें, विनोद राय की किताब Not Just a Nightwatchman — My Innings in the BCCI में उन्होंने इसका जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि कोहली और कुंबले के बीच जो विवाद था उससे उस समय जो समिति बनाई गई थी वह भी परेशान थी. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, विनोद रॉय ने अपनी किताब में लिखा, “कैप्टेन और टीम मैनेजमेंट के साथ मेरी बातचीत में, यह बताया गया कि कुंबले बहुत ज्यादा अनुशासक थे और इसलिए टीम के सदस्य उनसे बहुत खुश नहीं थे. मैंने इस मुद्दे पर विराट कोहली से बात की थी, जिसपर उन्होंने बताया था कि टीम के युवा खिलाड़ी उनके साथ काम करने के तरीके से भयभीत महसूस करते हैं.”
कुंबले से भी की थी समिति ने बात
विनोद राय के मुताबिक, कुंबले ने सीओए से कहा था कि उन्होंने हमेशा टीम के अच्छे के लिए काम किया है. कोच के रूप में उनके सफल रिकॉर्ड को खिलाड़ियों की कथित शिकायतों से ज्यादा महत्व दिया जाना चाहिए.
विनोद राय अपनी किताब में लिखते हैं, “कुंबले के यूके से लौटने के बाद हमारी उनसे लंबी बातचीत हुई. जिस तरह से पूरे प्रकरण को अंजाम दिया गया था, उससे वह स्पष्ट रूप से परेशान थे. उन्हें लगा कि उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है और एक कप्तान या टीम को इतना महत्व नहीं दिया जाना चाहिए. टीम में अनुशासन और व्यावसायिकता लाना कोच का कर्तव्य था और एक सीनियर के रूप में, खिलाड़ियों को उनके विचारों का सम्मान करना चाहिए था.”
इसके बाद अनिल कुंबले ने छोड़ दिया था अपना पद
हालांकि, इसपर लंबी बातचीत भी चली थी. लेकिन फिर, कुंबले ने मामलों को अपने हाथों में लेने का फैसला किया और अपना पद छोड़ दिया था. विनोद राय ने इस कदम को अपनी किताब में ‘बोल्ट फ्रॉम द ब्लू’ लिखा है. कुंबले ने इस्तीफे में लिखा था, “मुझे बीसीसीआई ने सूचित किया गया था कि कप्तान को मेरी 'शैली' और मेरे हेड कोच के रूप में बने रहने में आपत्ति है. मैं हैरान हूं क्योंकि मैंने हमेशा कप्तान और कोच के बीच की भूमिका की सीमाओं का सम्मान किया है.”