Pak vs Eng 2nd Test: 10 साल तक बोर्ड ने किया इग्नोर, फिर डेब्यू पर ही जड़ डाला शतक... जानिए कौन हैं टीम में बाबर की जगह लेने वाले Kamran Ghulam

टेस्ट क्रिकेट की पिछली 18 पारियों में बाबर एक बार भी 50 का आंकड़ा पार नहीं कर सके हैं. दूसरी ओर, कामरान गुलाम पाकिस्तान के घरेलू फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट काइद-ए-आज़म ट्रॉफी में साल-दर-साल शानदार प्रदर्शन करते आ रहे थे. 

Kamran Ghulam
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 16 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST
  • डेब्यू पर कामरान ने जड़ा शतक
  • 224 गेंद पर बनाए 118 रन

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट (England vs Pakistan 1st Test) में पाकिस्तान की शर्मनाक हार के बाद चयन समिति पर कड़े फैसले लेने का दबाव आ गया था. चयनकर्ताओं ने हरकत में आते हुए कुछ बड़े नामों को टीम से बाहर करने का फैसला किया. इनमें एक नाम बाबर आज़म (Babar Azam) का भी था. बाबर की जगह जिस बल्लेबाज को टीम में लाया गया उनका नाम है कामरान गुलाम (Kamran Ghulam).

टीम के स्टार बल्लेबाज बाबर को टीम से निकालने के फैसले का कई आवाजों ने विरोध किया लेकिन कामरान ने डेब्यू पर शतक जड़कर इन आवाजों को खामोश कर दिया है.

डोमेस्टिक क्रिकेट में प्रदर्शन कर खटखटाए टीम के दरवाजे
कई क्रिकेट पंडित बाबर को इस दौर का सबसे बेहतरीन पाकिस्तानी क्रिकेटर मानते हैं. बाबर की बल्लेबाजी के दम पर पाकिस्तान में उनका कद भी इतना बड़ा हो गया है कि उनका नाम ही इतना बड़ा हो गया है कि उन्हें टीम से निकाला जाना कइयों के लिए हैरानी का विषय बन गया. लेकिन सिर्फ नाम के बलबूते किसी खिलाड़ी को कितने वक्त टीम में रखा जा सकता था? 

टेस्ट क्रिकेट की पिछली 18 पारियों में बाबर एक बार भी 50 का आंकड़ा पार नहीं कर सके हैं. उनका आखिरी बड़ा स्कोर दिसंबर 2022 में आया था जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में 161 रन बनाए थे. दूसरी ओर, कामरान गुलाम पाकिस्तान के घरेलू फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट काइद-ए-आज़म ट्रॉफी में साल-दर-साल शानदार प्रदर्शन करते आ रहे थे. 

कामरान ने टूर्नामेंट के पिछले सीजन में 66.55 की औसत से 599 रन बनाए थे. इसमें तीन शतक और दो शतक शामिल थे. सिर्फ यही नहीं, कामरान अपने 11 साल लंबे करियर में करीब 50 की औसत से 4377 रन बना चुके थे. कामरान के डेब्यू के बाद से सिर्फ 13 बल्लेबाजों ने काइद-ए-आज़म ट्रॉफी में उनसे ज्यादा रन बनाए हैं. औसत के मामले में तो वह सिर्फ तीन ही बल्लेबाजों से पीछे हैं - फवाद आलम, सऊद शकील और उस्मान सलाहुद्दीन. ऐसे में चयनकर्ताओं के लिए कामरान को नजरंदाज करना मुश्किल हो गया था. 

वनडे में किया था अनोखा डेब्यू
टेस्ट क्रिकेट में भले ही कामरान पहली बार पाकिस्तान की नुमाइंदगी कर रहे हों लेकिन वनडे क्रिकेट में वह इस देश के प्रतिनिधि रह चुके हैं. हालांकि उस मैच में न ही कामरान को बल्लेबाजी का मौका मिला था और न ही गेंदबाजी का. 

दरअसल न्यूजीलैंड के खिलाफ 2023 में खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तान पहले बल्लेबाजी कर रहा था. बाएं हाथ के बल्लेबाज हारिस सोहेल को (Concussion) होने के कारण वह दूसरी पारी में फील्डिंग करने नहीं उतरे. उनके कंकशन सब्सटीट्यूट के तौर पर कामरान को चुना गया और इस तरह उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला. 

जब चौथे नंबर पर आए कामरान
कामरान को पाकिस्तान के लिए पहली बार बल्लेबाजी करने का मौका मंगलवार को इंग्लैंड के खिलाफ मिला. परिस्थितियां भी ऐसी कि उनका फेल होना लगभग तय था. पाकिस्तान टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 19 रन पर दो विकेट गंवा चुका था. सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक और कप्तान शान मसूद पवेलियन लौट चुके थे. इंग्लैंड के स्पिनर कहर बरपा रहे थे. ऐसे समय में डेब्यू कर रहे कामरान ने सईम अय्यूब के साथ मिलकर 149 रन की साझेदारी की. 

सईम ने 160 गेंदों पर सात चौकों के साथ 77 रन बनाए. जबकि कामरान ने 224 गेंद पर 11 चौकों और एक छक्के के साथ 118 रन की पारी खेली. वह इसी के साथ डेब्यू पर शतक जड़ने वाले 13वें पाकिस्तानी बल्लेबाज बन गए हैं. लंबे इंतजार के बाद कामरान को जो मौका मिला था, वह उसे भुनाने में कामयाब रहे. कामरान ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, "मैं अपनी बारी का इंतजार कर रहा था लेकिन मैंने कभी हिम्मत नहीं हारी. मैं बस अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. मेरे दिमाग में बस यही था." 

उन्होंने कहा, "जब मैं पिच पर आया तो हमने दो विकेट खो दिए थे. लेकिन मैं सकारात्मक दिमाग के साथ खेलना चाहता था, जैसा कि मैं फर्स्ट क्लास क्रिकेट में करता हूं. यह मेरे दिमाग में था और मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहता था. मुझे पता था मैंने खुद पर बहुत मेहनत की है. आखिरकार वह मेहनत रंग लाई." 

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