Border-Gavaskar Trophy: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बचे हुए दो मैचों के लिए टीम का ऐलान कर दिया है. अनुभवी पेसर मोहम्मद शमी को टीम में शामिल नहीं किया गया है. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सभी मैच खेलने वाले शमी के बाएं घुटने में सूजन के कारण उन्हें ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजा जाएगा.
इस बीच, रविचंद्रन अश्विन के रिटायरमेंट के बाद बीसीसीआई ने मुंबई के युवा ऑफ-स्पिनर तनुष कोटियन को टीम में शामिल किया है. कोटियन ने अब तक एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. अगर उन्हें ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मौका मिलता है तो विदेशी सरजमीन पर डेब्यू उनके लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. लेकिन डोमेस्टिक क्रिकेट में कोटियन का रिकॉर्ड बताता है कि वह इसके लिए तैयार हैं.
कैसा है डोमेस्टिक क्रिकेट में कोटियन का रिकॉर्ड?
मुंबई के लिए खेलने वाले 26 साल के कोटियन ने सिर्फ 33 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. लेकिन इन मैचों में उन्होंने अपना लोहा मनवा दिया है. कोटियन ने 33 फर्स्ट क्लास मैचों में 25.7 की औसत से 101 विकेट लिए हैं. इस दौरान कोटियन ने तीन बार पांच विकेट चटकाए हैं. जबकि उनका स्ट्राइक रेट 46.4 का रहा है.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले कोटियन ऑस्ट्रेलिया-ए और इंडिया-ए के खिलाफ हुए दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट में भी उतरे थे. गेंद से वह सिर्फ एक ही विकेट ले सके थे. लेकिन बल्ले से बनाए गए उनके 44 रन टीम के लिए अहम साबित हुए थे.
बल्लेबाजी है कोटियन का एक्स-फैक्टर
कोटियन गेंद से जितने खतरनाक हैं, बल्ले से भी उतने ही कारगर हैं. मुंबई के लिए खेलते हुए उन्होंने कई मौकों पर लड़खड़ाती हुई पारी को संभाला है. आंकड़े भी कोटियन की काबीलियत के साक्ष्य हैं. कोटियन अब तक खेली गई 47 फर्स्ट क्लास पारियों में 41.21 की औसत से 1525 रन बना चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 13 अर्द्धशतक और दो शतक जड़े हैं. इस फॉर्मैट में कोटियन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 120 रन है.
अक्टूबर में खेले गए ईरानी कप मैच में भी जब मुंबई ने 171 रन पर आठ विकेट गंवा दिए थे तो कोटियन ने नाबाद 114 रन बनाकर अपनी टीम को 329 रन तक पहुंचाया था. उनकी इस पारी की बदौलत मुंबई ने 27 साल बाद ईरानी कप जीता था. करीब एक महीने बाद जब कोटियन मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ अनाधिकारिक टेस्ट खेलने उतरे थे तो उन्होंने 84 गेंद पर 44 रन बनाए थे.
26 दिसंबर से होगा मैच
क्रिसमस सीजन के कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया ने चौथे टेस्ट से पहले लंबा ब्रेक लिया है. दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 18 दिसंबर को खत्म हो गया था. अब चौथा टेस्ट 26 दिसंबर से शुरू होगा. भारत ने अब तक तीन टेस्ट मैचों में तीन अलग-अलग स्पिनरों को इस्तेमाल किया है. हालांकि तीसरे टेस्ट में रवींद्र जडेजा के अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें चौथे टेस्ट में भी मौका मिलने की उम्मीद है.