Pooja Vastrakar: World Cup में इतिहास रचने वाली वो लड़की...जिसने ताने सुनकर की क्रिकेट खेलने की शुरुआत

Women's World Cup 2022 का शानदार आगाज हो चुका है. टीम इंडिया ने पहले मैच में पाकिस्तान को 107 रनों से हराया. भारत के लिए इस जीत का श्रेय जाता है पूजा वस्त्राकर और स्नेहा राणा को. भारत की शुरुआत काफी खराब रही और 18 रनों पर टीम के 6 बल्लेबाज आउट हो गए.

Pooja Vastrakar
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:34 PM IST
  • टीम में लोग बुलाते हैं बाबू भाई
  • लड़कों के साथ खेलती थी क्रिकेट

Women's World Cup 2022 का शानदार आगाज हो चुका है. टीम इंडिया ने पहले मैच में पाकिस्तान को 107 रनों से हराया. भारत के लिए इस जीत का श्रेय जाता है पूजा वस्त्राकर और स्नेहा राणा को. भारत की शुरुआत काफी खराब रही और 18 रनों पर टीम के 6 बल्लेबाज आउट हो गए. इस मौके पर पूजा ने स्नेहा राणा के साथ मिलकर पारी संभालते हुए 122 रनों की साझेदारी बनाई. पूजा वस्त्राकर को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.

पिता ने किया सपोर्ट
पूजा वस्त्राकर का जन्म 25 सितंबर 1999 को मध्यप्रदेश के शहडोल में हुआ था. जब वह महज 10 साल की थीं तो उनके सिर से उनकी मां का साया उठ गया था. उनके पिता बीएसएनएल में काम करते थे और उन्हीं के सपोर्ट की बदौलत वो आज इस मुकाम तक पहुंची हैं. एक इंटरव्यू में पूजा ने बताया था कि उनके पिता बचपन से उन्हें सपोर्ट करते आए हैं. वे कहा करते थे कि 'खेलोगे कूदोगे बनोगे नवाब.'

टीम में लोग बुलाते हैं बाबू भाई
पूजा अपने भाई बहनों में सबसे छोटी हैं. भारतीय टीम में उन्हें बाबू भाई के नाम से बुलाते हैं. पूजा ने महज चार साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. जिस मोहल्ले में वे पली-बढ़ी वहां क्रिकेट के दीवाने भरे पड़े थे. बचपन से ही उन्हें बल्लेबाज़ी आकर्षित करती थी. मोहल्ले के बच्चे उन्हें खेलने नहीं देते थे और सिर्फ फिल्डिंग करवाते थे. पूजा टीम में एक ऑलराउंडर के तौर पर शामिल हुई थीं और बैटिंग करना चाहती थीं. एक मैच के दौरान जब वो बॉलिंग कर रही थीं तो सेलेक्टर्स का ध्यान उनकी तरफ गया और वो फास्ट बॉलर बन गईं.

लड़कों के साथ खेलती थी क्रिकेट
पूजा 13 साल की उम्र में अपनी कॉलोनी के लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थीं. इस दौरान कई लोग उन्हें ताने भी देते थे कि लड़की हो पढ़ाई करो, पढ़ाई पर ध्यान दो, लेकिन पूजा ने किसी की नहीं सुनी और आज एक सफल क्रिकेटर के तौर पर खुद को स्थापित किया. साल 2015 में उन्हें मध्य प्रदेश की टीम में शामिल किया गया. यहां पर उन्होंने एक गेंदबाज के तौर पर शुरुआत की. पहले ही साल वह इंडिया ग्रीन टीम का हिस्सा बन गई थीं.

कई बार हुईं चोटिल
पूजा के करियर में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन 2016 में पूजा का फील्डिंग के दौरान घुटने मुड़ने से चोटिल हो गईं और वह 2017 में वनडे वर्ल्ड कप के लिए सिलेक्ट नहीं हो पाईं. इसके बाद पूजा को बार-बार इंजरी के चलते जूझना पड़ा. 2018 में उन्हें पहली बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया में वनडे सीरीज के लिए चुना गया और बाद में वह टी 20 के लिए भी चुनी गईं. 

        

 

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