कोई खिलाडी जब फॉर्म में नहीं होता है तब वो ज़्यादा से ज़्यादा क्रिकेट खेल कर अपना फॉर्म हासिल करना चाहेगा या बल्ला घर में टांगकर आराम करना पसंद करेगा. विराट कोहली बेशक कितने ही ख़राब फॉर्म में क्यों न हों, लेकिन उन्होंने आराम को चुना है. ढाई साल से जारी विराट कोहली के खराब प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर भी भरपूर माहौल बना हुआ है. इसके बावजूद टी20 मैचों में अपने प्रदर्शन को सुधारने के लिए मिलने वाले मौके की जगह ख़बरों के मुताबिक विराट कोहली ने आगामी वेस्टइंडीज दौरे से खुद को 'आराम' दिया है. दिग्गज सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेटरों को आराम देने के फैसले के सख्त खिलाफ हैं.
आईपीएल में क्यों नहीं मांगते आराम-
गावस्कर ने अब विराट से सवाल पूछते हुए कहा है कि अगर उनके जैसे क्रिकेटर्स आईपीएल में आराम नहीं मांगते हैं तो भारत के मैचों में वह ब्रेक के लिए क्यों बोलते हैं. गावस्कर ने स्पोटर्स तक से कहा, 'मैं खिलाड़ियों को आराम देने के फैसले से सहमत नहीं हूं. जब आप आईपीएल के दौरान रेस्ट नहीं लेते हैं. तो भारत के लिए खेलते समय आराम क्यों मांगते हैं? मैं इससे सहमत नहीं हूं. आपको भारत के लिए खेलना होगा. आप आराम की बात नहीं कर सकते. टी20 में एक पारी में केवल 20 ओवर होते हैं. इससे आपके शरीर पर कोई असर नहीं पड़ता है. टेस्ट मैचों में दिमाग और शरीर का ज्यादा थकान होता. लेकिन मुझे नहीं लगता कि टी20 क्रिकेट में ज्यादा दिक्कत है.'
दिग्गज भारतीय क्रिकेटर ने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि बीसीसीआई इस रेस्ट पॉलिसी (आराम नीति) में हस्तक्षेप करे, जो भारतीय क्रिकेट में अब आम बात हो गई है. टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज गावस्कर ने कहा कि बिना जरूरी के आराम मांगने वाले क्रिकेटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है.
अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारी-
इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टी20 मैचों में विराट कोहली में से दूसरे मैच में 1 रन और तीसरे में 11 रन ही बनाए थे और उनकी खराब फॉर्म के बावजूद रोहित शर्मा की ओर से उनका समर्थन करने के बाद तय माना जा रहा है कि टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली टीम इंडिया के स्क्वॉड में शामिल रहेंगे. लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा कि टी20 वर्ल्ड कप से पहले तैयारी के आखिरी मौके के तौर पर वेस्टइंडीज के दौरे से अलग होकर विराट कोहली ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारी है. क्योंकि इस फैसले से क्रिकेट फैन्स के बीच यही मैसेज गया है कि विराट कोहली के लिए टीम इंडिया के लिए खेलने से ज्यादा आईपीएल जरूरी है.
ख़राब फॉर्म कब तक-
आपको बता दें कि विराट कोहली लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. टेस्ट हो या फिर वनडे या फिर टी20 फॉर्मेट कहीं भी विराट के बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं. आईपीएल के पूरे सीजन में विराट का बल्ला शांत रहा था. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में भी उनके बल्ले से रन नहीं निकले थे और अब दोनों टी20 मुकाबलों में विराट कोहली 1, 11 रन ही बना सके. इस दौरान उनकी फील्डिंग भी निराशाजनक थी. विराट के प्रदर्शन को लेकर अब उन्हें टीम से बाहर किए जाने की मांग हो रही है.
हालांकि, ये विराट कोहली के लिए राहत की ही बात है कि उनके हाथ में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले तीन वनडे मैचों की सीरीज में अपनी खराब फॉर्म से निपटने का मौका है. लेकिन अगर विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी फेल हो जाते हैं. तो शायद बीसीसीआई को विराट कोहली को लेकर गंभीरता से सोचना पड़े.
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