World Cup 2023 के लिए 'महाजंग' 5 अक्टूबर से, तीसरी बार चैंपियन बनना चाहेगी Team India, पहले के विश्वकप में भारत का ऐसा रहा प्रदर्शन

ICC Cricket World Cup 2023: भारत दो बार विश्व कप पर कब्जा जमा चुका है. 1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीत मिली थी. अब टीम इंडिया 2023 में रोहित शर्मा के नेतृत्व में तीसरी बार चैंपियन बनना चाहेगी.

तीसरी बार विश्व कप पर कब्जा जमाने के लिए टीम इंडिया तैयार (फाइल फोटो)
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 02 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST
  • 1975 में पहली बार खेला गया था विश्व कप
  • भारत 1983 और 2011 में रह चुका है विजेता

भारत की मेजबानी में खेले जाने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के शुरू होने में बस चंद दिन शेष बचे हैं. इस बार वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से लेकर 19 नवंबर 2023 तक खेला जाना है. पहली बार ऐसा हो रहा जब भारत पूरे वर्ल्ड कप की अकेले ही मेजबानी करने जा रहा है. इस बार कुल 10 टीमें भाग ले रहीं हैं.

भारत दो बार विश्व कप पर कब्जा जमा चुका है. 1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीत मिली थी. अब टीम इंडिया रोहित शर्मा के नेतृत्व में तीसरी बार चैंपियन बनना चाहेगी. आइए आज जानते हैं 1975 से लेकर 2019 तक भारत का विश्व कप में कैसा प्रदर्शन रहा है?

1975 विश्व कप: पहली बार विश्व कप का आयोजन 1975 में इंग्लैंड में हुआ था. भारत इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में ही हार गया था. इसी मुकाबले में भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पूरे 60 ओवर बल्लेबाजी की थी. वह सिर्फ 36 रन बनाकर नाबाद लौटे थे. अगले मुकाबले में टीम ने ईस्ट अफ्रीका को हराकर वापसी तो की, लेकिन न्यूजीलैंड ने तीसरे मैच में टीम इंडिया को मात दे दी. इस हार के बाद टीम विश्व कप से बाहर हो गई. वेस्टइंडीज टीम ने विश्व कप पर कब्जा जमाया था.

1979 वर्ल्ड कप:  इंग्लैंड में ही दूसरी बार भी 1979 में वर्ल्ड कप खेला गया. टीम इंडिया इस बार एक भी मैच नहीं जीत सकी. वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ लीग राउंड में मिली हार ने उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिया. फाइनल में इंग्लैंड और गत विजेता वेस्टइंडीज के बीच मुकाबला हुआ. वेस्टइंडीज ने एक बार फिर से खिताब को अपने नाम कर लिया.

1983 विश्व कप: इंग्लैंड में ही तीसरी बार भी विश्व कप खेला गया. भारत को इस बार भी कमजोर टीम माना जा रहा था. एक अभ्यास मुकाबले में टीम इंडिया इंग्लैंड की काउंटी टीम से हार गई थी, लेकिन जब मुख्य राउंड के मैच शुरू हुए तो भारतीय खिलाड़ी फॉर्म में आ गए. पहले मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 34 रनों से हरा दिया. इसके बाद जिम्बाब्वे को पांच विकेट से हराया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 162 रनों से हार मिली. वेस्टइंडीज ने दूसरे मैच में 66 रनों से टीम इंडिया को हरा दिया. 

इसके बाद भारत ने जिम्बाब्वे को 31 और ऑस्ट्रेलिया को 118 रनों से हराकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया. टीम इंडिया ने मेजबान इंग्लैंड को छह विकेट से हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई. फाइनल में भारत के सामने दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज टीम थी. लीग राउंड में इस टीम के खिलाफ मिली जीत से खिलाड़ियों में इस बात का भरोसा तो था कि वह फाइनल में भी उसे हरा सकते हैं. कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने यह मैच 43 रनों से जीतकर इतिहास रच दिया. 

1987 वर्ल्ड कपः इस बार मेजबानी भारत और पाकिस्तान को संयुक्त रूप से मिली. साथ ही पहली बार 60 की जगह 50 ओवरों का विश्व कप हुआ. भारत सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार गया. पाकिस्तान की टीम दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गई. ऐसे में दोनों मेजबान टीम फाइनल में नहीं पहुंच पाई. खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हरा दिया. 

1992 विश्व कप: ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मेजबानी में विश्व कप खेला गया. मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व कप फतह करने उतरी. भारत के पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ नौ रन से हार का सामना करना पड़ा. दूसरा मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ बारिश के कारण रद्द हो गया. तीसरे मैच में टीम मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक रन से हार गई. फिर उसने पाकिस्तान और जिम्बाब्वे को हराकर वापसी की. इसके बाद वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया. पाकिस्तान ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया.

1996 वर्ल्ड कपः भारत की मेजबानी में एक बार फिर विश्व कप खेला गया. टीम इंडिया ने अच्छी शुरुआत की. उसने केन्या और वेस्टइंडीज को हराया. तीसरे मैच में टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार मिली. श्रीलंका ने चौथे मुकाबले में भारत को हरा दिया. इसके बाद टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को हराकर क्वार्टर फाइनल में अपना स्थान पक्का किया. वहां भारत ने पाकिस्तान को हराकर बाहर कर दिया. सेमीफाइनल में टीम इंडिया को श्रीलंका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. श्रीलंका ने ही ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया. 

1999 विश्व कप: इंग्लैंड में 1999 का विश्व कप खेला गया. इस विश्व कप में राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने शानदार बल्लेबाजी की. दोनों ने श्रीलंका के खिलाफ 318 रनों की साझेदारी कर इतिहास रच दिया. लीग मैच में श्रीलंका और पाकिस्तान को रौंदकर टीम इंडिया क्वार्टर फाइनल में पहुंची, लेकिन यहां ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा और भारतीय टीम विश्व कप से बाहर हो गई. ऑस्ट्रेलिया ने कप पर कब्जा जमाया.

2003 वर्ल्ड कपः दक्षिण अफ्रीका में 2003 का वर्ल्ड कप खेला गया. टीम इंडिया सौरव गांगुली की कप्तानी में कप पर कब्जा जमाने उतरी. भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में शानदार अंदाज में खेली. टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने शानदार खेल दिखाया और सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई टीम ही भारत को हरा पाई. लीग स्टेज में आसान जीत हासिल करते हुए भारत ने सुपर सिक्स राउंड में भी श्रीलंका को आसानी से हराया. भारत ने फाइनल में जगह बनाई, लेकिन यहां ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 125 रन से हरा दिया. 

2007 विश्व कपः वेस्टइंडीज में 2007 का विश्व कप खेला गया. यह टीम इंडिया के लिए सबसे खराब विश्व कप रहा. भारतीय टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई. द्रविड़, गांगुली और सचिन जैसे दिग्गजों से भरी टीम बांग्लादेश से हार गई और विश्व कप से बाहर हो गई. इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया सिर्फ बरमूडा के खिलाफ एकमात्र जीत हासिल कर पाई. पाकिस्तान की टीम भी आयरलैंड से हारकर बाहर हो गई. इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम चैंपियन बनी.

2011 वर्ल्ड कपः विश्व कप 2011 भारत की धरती पर खेला गया. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया कप पर कब्जा जमाने उतरी और चैंपियन भी बनी. भारत ने पहले बांग्लादेश को हराकर 2007 में मिली हार का बदला लिया फिर युवराज सिंह के शानदार खेल ने टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया. क्वार्टर फाइनल में भारत ने पाकिस्तान और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया. फाइनल में श्रीलंका को हराकर दूसरी बार विश्व कप अपने नाम किया. 

गौतम गंभीर ने बनाए थे 97 रन
विश्व कप 2011 के फाइनल मैच में टीम इंडिया के धाकड़ ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने एक बेहतरीन पारी खेली थी. गंभीर ने 122 गेंद का सामना करते हुए बेहतरीन 97 रन बनाए थे. अपनी इस पारी में उन्होंने कुल 9 चौके लगाए थे.

धोनी के बल्ले से निकला विजयी शॉट
गौतम गंभीर के आउट होने से पहले टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनके साथ एक शानदार साझेदारी की. गंभीर आउट हो गए लेकिन धोनी ने विस्फोटक अंदाज में खेलना जारी रखा और उनको साथ मिला युवराज सिंह का. धोनी ने ही टीम इंडिया के लिए विजयी शॉट लगाया. 

धोनी ने विश्व कप 2011 के फाइनल मैच में 79 गेंद में 91 रन बनाकर नाबाद रहे. अपनी इस पारी में उन्होंने 8 चौके और 2 छक्के भी लगाए. वहीं युवराज सिंह ने 24 गेंद में 21 रनों का शानदार योगदान दिया था. इस तरह फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका को 10 गेंद शेष रहते ही 6 विकेट से हराया था.

2015 विश्व कपः ऑस्ट्रेलिया में खेले गए विश्व कप में टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में जगह बनाई. हालांकि, यहां मिचेल जॉनसन की शानदार गेंदबाजी के चलते भारत को मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा और न्यूजीलैंड को हराकर कंगारू टीम चैंपियन बनी.

2019 वर्ल्ड कपः 2019 का विश्व कप इंग्लैंड में खेला गया. टूर्नामेंट में भारत ने एक बार फिर शानदार शुरुआत की. लीग मैच में जीत हासिल करते हुए भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई. यहां भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ बारिश से बाधित मैच में हार का सामना करना पड़ा. एक बार फिर टीम इंडिया सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गई और इंग्लैंड ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर विश्व कप अपने नाम किया.

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