World Test Championship 2023-25: WTC Final से भारत का पत्ता साफ? जानिए न्यूजीलैंड से सीरीज हारने के बाद कैसे फाइनल खेल सकता है भारत

न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने का सबसे प्रबल दावेदार था. लेकिन दो मैचों के बाद तस्वीर कुछ और कहती है. क्या हैं भारत के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं, पढ़िए.

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर (Photo/PTI)
शादाब खान
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 8:44 AM IST

जैसे-जैसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship 2023-25) के फाइनल की तारीख करीब आ रही है, वैसे-वैसे दोनों फाइनलिस्ट टीमों की सूरत साफ होती जा रही है. बुरी खबर यह है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज (India vs New Zealand Test Series) हारने के बाद फाइनल तक भारत का रास्ता बेहद मुश्किल हो गया है. 

इस सीरीज से पहले भारत 74 प्रतिशत अंकों के साथ डब्ल्यूटीसी पॉइंट्स टेबल के शीर्ष पर था. बाकी टीमें उससे कोसों दूर थीं. घरेलू सरजमीन पर 12 साल से हर सीरीज जीतते आ रहे भारत के पास यह सीरीज जीतकर फाइनल में एक कदम रखने का मौका था. लेकिन इस हार के बाद भारत नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल हो गई हैं. 

क्या कहते हैं डब्ल्यूटीसी फाइनल के समीकरण?
भारत इस समय डब्ल्यूटीसी अंक तालिका (WTC Points Table) में 62.82 प्रतिशत अंकों के साथ शीर्ष पर है. ऑस्ट्रेलिया 62.5 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरे नंबर पर बना हुआ है. श्रीलंका 55.56 प्रतिशत अंकों के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर है, जबकि न्यूजीलैंड (50 प्रतिशत) और साउथ अफ्रीका (47.62 प्रतिशत) क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर हैं. 

लेकिन पॉइंट्स टेबल पूरा सच नहीं बता रहा. न्यूजीलैंड को भारत से लौटने के बाद सिर्फ तीन मैच खेलने हैं. ये मुकाबले वह इंग्लैंड के खिलाफ अपनी घरेलू सरजमीन पर खेलेगा. यानी अगर वह बचे हुए चारों मैच जीत भी लेता है तो उसके 14 मैचों में 108 अंक होंगे, यानी 64.28 प्रतिशत अंक. इसके बरक्स, बांग्लादेश में दो मैचों की सीरीज में से एक मुकाबला जीत चुके साउथ अफ्रीका को अपने घर में दो-दो मुकाबलों के लिए पाकिस्तान और श्रीलंका की मेजबानी करनी है.

घरेलू परिस्थितियों में श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ चार मैच जीतने की साउथ अफ्रीका की संभावनाएं ज्यादा हैं. अगर वह इस आसान चुनौती को पार कर लेता है तो 12 मैचों में उसके पास 100 अंक हो जाएंगे. यानी 69.44 प्रतिशत. ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के बाद भारत-ऑस्ट्रेलिया में से कोई एक ही साउथ अफ्रीका इस आंकड़े के पास पहुंच सकता है. वह टीम बनने के लिए भारत को क्या करना होगा?

डब्ल्यूटीसी फाइनल में कैसे पहुंचेगा भारत?
डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए भारत का सीधा मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से है. दोनों ही टीमों को इस डब्ल्यूटीसी साइकिल में 19 मैच खेलने हैं. अब तक 12 मैच खेल चुके ऑस्ट्रेलिया को पांच मैचों में भारत का मुकाबला करने के बाद दो टेस्ट खेलने श्रीलंका भी जाना है. बात करें भारत की, तो उसे इस डब्ल्यूटीसी साइकिल में छह मैच और खेलने हैं. एक न्यूजीलैंड के खिलाफ और पांच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ. 

ऑस्ट्रेलिया को हराकर खेलेंगे फाइनल? अगर भारत बिना किसी अड़चन के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचना चाहता है तो उसे इन छह में से चार मैच जीतने होंगे. यानी अगर भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ 1-2 से हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया से 3-0, 3-1 या 3-2 से जीतता है तो उसके कुल अंक 64.03 हो जाएंगे. इस सूरत में ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका को 2-0 से हराने के बाद भी डब्ल्यूटीसी फाइनल में नहीं पहुंच पाएगा.

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ड्रॉ हुई तो? अगर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज 2-2 से ड्रॉ होती है तो भी भारत के पास डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की एक क्षीण संभावना होगी. सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म करने के बाद भारत के कुल अंक 60.53 प्रतिशत होंगे. इसके बाद अगर श्रीलंका दोनों टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया को हरा देती है तो डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने का भारत का रास्ता साफ हो जाएगा. 

सनद रहे कि मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाला तीसरा टेस्ट जीतना इन सभी अनुमानों को हकीकत में बदलने के लिए बेहद जरूरी है. क्योंकि अगर न्यूजीलैंड भारत को 3-0 से हराकर घर लौटता है. और वहां इंग्लैंड को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 3-0 से हरा देता है तो वह खुद भी 64.29 प्रतिशत अंकों के साथ रोहित शर्मा की टीम के लिए सिरदर्द बन जाएगा. 

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