Arjuna Award: हिसार की बेटी ने बढ़ाया मान! अंतिम पंघाल को मिला अर्जुन अवॉर्ड, कुश्ती में बेटी का भविष्य संवारने के लिए पिता ने छोड़ दिया था गांव

हिसार के गांव भगाना की पहलवान अंतिम पंघाल को अर्जुन अवॉर्ड मिला है. वह एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अब ओलिंपिक की तैयारी कर रही हैं. उनका सपना है कि वह ओलिंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर लाएं. 

Arjuna Award
gnttv.com
  • हिसार ,
  • 10 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:18 PM IST
  • देश-विदेश में कई पदक जीत हरियाणा का नाम किया रोशन 
  • अब ओलिंपिक में गोल्ड जीतना चाहती हैं अंतिम 

हरियाणा की लड़कियां लड़कों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं. वह हर क्षेत्र में मुकाम हासिल कर रही हैं. खेल के क्षेत्र में तो उनका कोई सानी नहीं है. अब हिसार के भगाना गांव की बेटी ने मान बढ़ाया है. जी हां, अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी अंतिम पंघाल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में अर्जुन अवार्ड देकर सम्मानित किया है. इसके बाद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली के हरियाणा भवन में उन्हें पुरस्कार देकर सम्मानित किया. 

12 नेशनल और 5 इंटरनेशनल अवॉर्ड जीत चुकी हैं अंतिम
अंतिम ने देश और विदेश में परचम लहराया है. वह 12 नेशनल और पांच इंटरनेशनल अवॉर्ड जीत चुकी हैं. अंतिम पंघाल ने पहली बार एशियन खेलों में ब्रांज मेडल हासिल किया था. इसके अलावा वो दो बार कुश्ती की वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं. अब उनका लक्ष्य ओलंपिक खेलों में देश को गोल्ड मेडल दिलाना है. अंतिम सुबह पांच बजे से 9 बजे तक अखाड़े में प्रैक्टिस करती हैं. इसके अलावा शाम के समय करीब 4 घंटे अखाड़े में बिताती हैं.

बचपन से पहलवानी का शौक 
अंतिम को बचपन से ही पहलवानी करने का शौक था. गांव की लड़कियों को कुश्ती खेलते हुए देख उन्होंने भी खेलना शुरू कर दिया था. गांव में अच्छे कोच नहीं थे जिसके चलते उनके पिता ने आठ साल पहले गांव छोड़ दिया था और परिवार के साथ हिसार आकर प्रेम नगर में किराए के मकान में रहने लगे थे. फिर अंतिम ने अखाड़े में कुश्ती के गुर सीखने शुरू किए. वह महाबीर स्टेडियम में कुश्ती के दांव-पेंच सीखने जाने लगीं.

पहली बार गांव के अखाड़े में उतरी थीं
आठ साल पहले अंतिम पहली बार गांव भगाना के अखाड़े में उतरी थीं. वो चार बहनों में सबसे छोटी हैं. अंतिम हिसार के महावीर स्टेडियम में कुश्ती का प्रशिक्षण ले रही हैं. अंतिम की बड़ी बहन सरिता भी कबड्डी की नेशनल खिलाड़ी हैं. माता कृष्णा देवी और पिता राम निवास घर में पशुपालन का काम करते हैं. अंतिम के पिता, मां और अन्य परिजनों ने अवार्ड मिलने पर खुशी जताई है. कोच भगत सिंह ने बताया कि अंतिम पंघाल को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने दिल्ली के हरियाणा भवन में सम्मानित किया.

अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अंतिम ने हासिल किए हैं ये पदक
1. एशियन गेस में ब्रांज मेडल 2023
2. वर्ल्ड सीनियर चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल 2023
3. जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल 2022
4. जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल 2023
5. एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल 2023

नेशनल में मिल चुके हैं ये मेडल
1. नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल 2022
2. सब जूनियर नेशनल में गोल्ड 2019
3. सब जूनियर नेशनल में गोल्ड 2020
4. सब जूनियर नेशनल में गोल्ड 2021
5. जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड

(प्रवीन कुमार की रिपोर्ट)

 

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