पिछले 20-22 वर्षों में भारत ने मोबाइल सर्विस की 4 पीढियां देखी हैं. अब पांचवी पीढ़ी यानी 5G की बारी है. 5G के साथ देश में संचार सुविधाओं के नए युग की शुरुआत हो रही है. 5G ऐसी वायरलेस नेटवर्क तकनीक है, जो देश में नई सूचना क्रांति लाएगी. इसके इस्तेमाल से कामकाज के तौर-तरीकों में जबरदस्त बदलाव आनेवाला है. क्योंकि इसमें सबसे बड़ी बात है स्पीड की. बेहद तेज रफ्तार वाली इंटरनेट सुविधा की, जो सारे काम आसान कर देगी.
तीन बैंड्स में 5G करता है काम
5G के जरिए जहां एक ओर कनेक्टिविटी बढ़ेगी, वहीं मरीजों के इलाज से लेकर पढ़ाई तक और मनोरंजन से लेकर रोजमर्रा के कामकाज तक हर क्षेत्र में सुविधा बढ़ेगी और बदलाव आएंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5G तीन बैंड्स में काम करता है- लो बैंड, मिड और हाई फ्रीक्वेंसी बैंड स्पेक्ट्रम. 5G नेटवर्क में इंटरनेट की स्पीड 4G के मुकाबले 10 गुना से 100 गुना तक तेज हो सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5G की अधिकतम इंटरनेट स्पीड 10 गीगाबाइट प्रति सेकेंड (GBPS) हो सकती है. 5G एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को सपोर्ट करेगा.
इतना तो साफ है, कि 5G के इस्तेमाल से लोगों के काम करने का तरीका बिल्कुल बदल जाएगा. ज्यादातर काम तकनीक के जरिए किये जा सकेंगे और इंसान की दुनिया स्मार्ट हो जाएगी.
किन सेक्टरों को होगा सबसे ज्यादा फायदा?
5जी से देश में हाईब्रिड वर्क कल्चर का विस्तार होगा.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से कई काम ऑटोमेटेड तरीके से किया जाने लगेगा. जिससे कर्मचारी दूसरे जरुरी काम पर अपना ध्यान लगा सकेंगे.
5जी से देश में मरीजों के इलाज की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव हो जाएगा. रोबोटिक सर्जरी की जा सकेगी. टेलीमेडिसिन का विस्तार होगा.
5जी आने के बाद जहां ड्राइवर-लेस कार उपलब्ध होगी. वहीं आप कहीं भी ड्राइवर-लेस कार को बुला सकेंगे.
5जी आने के बाद तो छात्रों को और बेहतर और आसान तरीके से शिक्षित किया जा सकेगा.
5जी की हाईस्पीड के चलते ऑनलाइन कंटेंट के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आएगी. जिससे पूरे एंटरटेनमेंट सेक्टर की तस्वीर बदल जाने की उम्मीद है.
5जी से क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खुलेंगे. जिसका परीक्षण एयरटेल कर भी चुका है.
5जी के उपयोग से शहर और स्मार्ट बनेंगे. शहरों में ट्रैफिक कंट्रोल करने, शहरों को स्वच्छ करने के साथ सुरक्षित रखने में 5जी तकनीक मददगार साबित होगी.
इन देशों में पहले से हो रहा 5G का इस्तेमाल
बता दें कि 5G टेक्नलॉजी का इस्तेमाल कई देश पहले से कर रहे हैं. दक्षिण कोरिया 2019 से इसका इस्तेमाल कर रहा है. वहीं,यूरोपीय संघ, अमेरिका जैसे कई और देश हैं, जहां 5जी का इस्तेमाल काफी पहले से हो रहा है. भारत में इस टेक्नोलॉजी का उपयोग अब शुरु होगा, तो विकास की रफ्तार कितनी बढ़ेगी और आम आदमी की जिंदगी कितनी आसान हो जाएगी, यह देखने की बात होगी.
5G के जरिए इंसान का जीने का अंदाज बदल जाएगा. वैसे यह भी तय माना जा रहा है कि फिलहाल इसके लिए लोगों को अभी के मुकाबले ज्यादा खर्च करने के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा. क्योंकि सुविधा बढ़ेगी तो उसकी कीमत भी तो अदा करनी होगी.
5G से मोबाइल सर्विस में क्या बदलाव होंगे?
इससे इंटरनेट की स्पीड 10 से 100 गुना तक बढ़ने की उम्मीद है.
इससे इंटरनेट की स्पीड 10 गीगाबाइट प्रति सेकेंड तक पहुंच सकती है.
इसके कारण भीडभाड़ वाले इलाकों में इंटरनेट की स्पीड धीमी नहीं होगी.
इससे इंटरनेट कॉल में कोई परेशानी नहीं होगी, न आवाज कटेगी औऱ न ही इसमें कोई बाधा आएगी. साथ ही, तेज रफ्तार से डाटा ट्रांसफर भी होगा.
वीडियो स्ट्रीमिंग भी बफरिंग के बगैर होगी.
माना जा रहा है कि 2 घंटे की फिल्म सिर्फ 10 सेकेंड में डाउनलोड हो जाएगी.
जबकि 300 MB साइज की 75 तस्वीरों को डाउनलोड करने में सिर्फ 2 सेकेंड लगेंगे.
भारी-भरकम फाइलें पलभर में डाउनलोड हो जाएंगी.
सबसे खास बात तो यह है कि एक साथ कई डिवाइस बड़े आराम से चलाई जा सकेंगी.
कुल मिलाकर 5G के आने से लोगों के कामकाज का तरीका बदलनेवाला है.
इससे हाइब्रिड वर्क कल्चर का विस्तार होगा.
साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए कामकाज काफी हद तक ऑटोमेटेड हो जाएगा.
मरीजों के इलाज में भी सुविधा होगी क्योंकि रोबोटिक सर्जरी में दिक्कत नहीं होगी.
वहीं टेलीमेडिसिन सुविधा का भी विस्तार होगा.
वर्चुअल रियलिटी के जरिए दूर-दराज के इलाकों में छात्रों को पढ़ाने में भी मदद मिलेगी.
सफर भी आसान होगा, क्योंकि ड्राइवरलेस कारों का सपना साकार हो जाएगा.
हर क्षेत्र में वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी और रोबोट के इस्तेमाल में मदद मिलेगी.
मनोरंजन के लिए ऑनलाइन कंटेंट के क्षेत्र में भी बदलाव होंगे.
क्लाउड गेमिंग के नए रास्ते खुलेंगे.
साथ ही शहरों को स्मार्ट बनाने में भी मदद मिलेगी.
शहरों में ट्रैफिक कंट्रोल, सफाई और सुरक्षा में मदद मिलेगी.
किसानों को भी फायदा होगा, खेतों की देखरेख के लिए ड्रोन के इस्तेमाल में मदद मिलेगी.
5G का इंटरनेट ऑफ थिंग्स से कनेक्शन रहेगा.
इससे स्मार्ट गैजेट्स को चलाने में सुविधा होगी.
ई-गवर्नेंस का विस्तार होगा और अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा.
5G के उपयोग के लिए मोबाइल हैंडसेट बदलना होगा
सभी के मन में यह सवाल होगा कि इसके इस्तेमाल के लिए कितनी कीमत अदा करनी पड़ेगी, क्योंकि अभी तक टेलिकॉम कंपनियों ने इसके टैरिफ का एलान नहीं किया है. 4G शुरु हुआ था, तो खर्च में फर्क नहीं पड़ा था, लेकिन अब माना जा रहा है कि 5G सेवा शुरु में महंगी हो सकती है, क्योंकि इसके स्पेक्ट्रम के लिए कंपनियों ने बहुत बड़ी रकम खर्च की है. माना जा रहा है कि भरपाई के लिए मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां टैरिफ पहले ही बढ़ा सकती हैं. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि 5G सेवा 10-15 प्रतिशत प्रीमियम पर मिल सकती है. उससे पहले 4G सेवा का टैरिफ बढ़ सकता है. माना जा रहा है कि 4G सेवा का टैरिफ 30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. हालांकि, दूसरी बात ये भी है कि 5G के उपयोग के लिए मोबाइल हैंडसेट भी बदलने होंगे, मौजूदा 4G हैंडसेट में यह नहीं चलेगा, लेकिन कहा जा रहा है कि सिम बदलने की जरूरत नहीं होगी.