Aero India 2023: खास सूट पहनकर हवा में उड़ेंगे जवान, तालमेल के लिए त्रिशूल लिंक सिस्टम भी तैयार, एयरो इंडिया शो में नई तकनीक पर जोर

बेंगलुरू में 5 दिवसीय एयरो इंडिया शो चल रहा है. एयरो इंडिया 2023 में तीनों सेनाओं के लिए नई स्वदेशी तकनीक के लिए एक खास सेंटर भी बनाया गया है. नौसेना भी ड्रोन, पानी के अंदर सर्विलांस सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में नई तकनीक पर काफी जोर दे रही है.

बेंगलुरू में 5 दिवसीय एयरो इंडिया शो चल रहा है
gnttv.com
  • बेंगलुरू,
  • 14 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 2:34 PM IST

एयरो इंडिया 2023 में तीनों सेनाओं के लिए नई तकनीक पर खास जोर दिया जा रहा है. एयरो इंडिया में जेटपैक सूट आकर्षण केंद्र बना हुआ है. जेटपैक सूट जैसा नाम से ही पता चलता है कि यह ऐसा सूट है, जिसे पहनकर इंसान जेट बन जाता है. गैस टरबाइन इंजन से चलने वाले इस सूट को पहनकर सैनिक 10 से 15 मीटर हवा में उड़ सकेंगे. किसी भी मौसम में यह सूट काम करेगा. जेटपैक सूट के माध्यम से फौरन भारतीय जवान उड़कर दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब दे सकेंगे. 

40 किलो का है जेटपैक सूट-
इस सूट का वजन 40 किलोग्राम तक होगा. इसमें सिस्टम कुछ इस तरह से होता है कि जवान जब चाहे, उड़ सकते हैं और लैंड कर सकते हैं. जेटपैक सूट पहनकर जवान 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आठ मिनट तक हवा में उड़ सकते हैं. किसी भी मौसम में यह सूट काम करता रहेगा. भारतीय सेना जेटपैक सूट खरीदने जा रही है. सिस्टम खरीदने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है. बेंगलुरु के राघव रेड्डी इस पर काम कर रहे हैं.

त्रिशूल लिंक सिस्टम से मिलेगी मदद- 
मौजूदा समय मे युद्ध के हालात में सेना की जमीनी और हवाई एलिमेंट एक साथ काम करती है तो इसमें तालमेल जरूरी है. इसके लिए सेना की मिलिट्री इंजीनियरिंग यूनिट ने खास त्रिशूल लिंक सिस्टम तैयार किया है. जिसके जरिए जमीन पर मौजूद सैनिकों और आसमान में हेलीकॉप्टर और ड्रोन के साथ तालमेल कायम किया जा सकता है.
 
घुसपैठ रोकने के लिए सॉफ्टवेयर अग्नि-डी तैयार-
सरहद पर निगरानी और घुसपैठ को रोकने के लिए सेना सर्विलांस सॉफ्टवेयर अग्नि-डी तैयार किया है. ये सिस्टम सरहद पर लगे कैमरे और ड्रोन के साथ काम करता है. इसे आने वाले दिनों में लद्दाख सरहद पर तैनात किया जा सकता है.

(येलाहांका से मंजीत सिंह नेगी की रिपोर्ट)

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